विदेशी मुद्रा व्यापार प्रणाली

ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है

ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है
यहाँ इस आर्टिकल में आपको बताया जायेगा ट्रेडिंग अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाएं। साथ ही आपको कुछ पोपुलर स्टॉक ब्रोकर के बारे में बताया जायेगा जिनके साथ आप अपना पहला ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते है और शेयर बाजार में निवेश कर सकते है।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और कैसे बनाएं

यहाँ इस आर्टिकल में आपको बताया जायेगा ट्रेडिंग अकाउंट क्या है, ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाएं। साथ ही आपको कुछ पोपुलर स्टॉक ब्रोकर के बारे में बताया जायेगा जिनके साथ आप अपना पहला ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते है और शेयर बाजार में निवेश कर सकते है।

क्या आप जानना चाहते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं? शेयर बाजार में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। यह निवेशकों को बाजार में Shares, Commodities, Foreign Exchange आदि को खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। आज इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊंगा ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है?

ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर बाजार में इक्विटी शेयर खरीदने या बेचने के लिए किया जाता है। पहले, स्टॉक एक्सचेंज इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम नहीं करता था। इसमें ट्रेडर अपने खरीद-बिक्री के लिए हाथ के संकेतों और मौखिक संचार का इस्तेमाल किया करते थे। और ऐसा करते हुए आपने हर्षद मेहता फिल्म में देखा होगा

लेकिन शेयर बाजार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम अपनाने के बाद, Buyers और Sellers को ऑर्डर देने के लिए स्टॉक एक्सचेंज में उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है। आप किसी भी रजिस्टर्ड स्टॉक मार्केट ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट खोलकर शेयर को ऑनलाइन ही खरीद और बेच सकते है। प्रत्येक ट्रेडिंग अकाउंट में एक यूनिक ट्रेडिंग आईडी होती है जिसका उपयोग ऑनलाइन लेनदेन करने के लिए किया जाता है।

आसान शब्द में कहे, तो आप ट्रेडिंग अकाउंट के बिना शेयर बाजार में न तो शेयर खरीद सकते है और न ही बेच सकते हो, क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज के लिए Trading Account की जरुरत होती है।

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे काम करता है?

एक ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक के डीमैट खाते से लिंक रहता है। जब कोई निवेशक शेयर खरीदना चाहता है, तो वह अपने ट्रेडिंग अकाउंट के जरिए ऑर्डर करता है। जब आर्डर पूरा हो जाता है, तो शेयर उसके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं और उसके बैंक खाते से आर्डर किये गए शेयर की राशि काट ली जाती है।

ठीक इसी तरह शेयर बेचने पर होता है। जब कोई निवेशक अपने ट्रेडिंग खाते की मदद से 100 शेयरों के लिए बिक्री आदेश देता है और जब आर्डर पूरा हो जाता है, तो उसके डीमैट खाते से 100 शेयर डेबिट (सेल) कर दिए जाते हैं और सेल की गयी शेयर की राशि उसके बैंक खाते में जमा हो जाती है।

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए सबसे अच्छी कंपनी कौन सी है?

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए मार्केट में बहुत सारे Stock Broker मौजूद है। आप डिस्काउंट ब्रोकर, फुल सर्विस ब्रोकर, या बैंकों से अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते हैं। लेकिन कुछ स्टॉक ब्रोकर है जो ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के पैसे लेते हैं और कुछ स्टॉक ब्रोकर फ्री में आपका ट्रेडिंग खोलते है।

Upstox और Zerodha जैसे डिस्काउंट ब्रोकर बहुत ही कम फ़ीस लेकर आपका ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते है जबकि आप Groww स्टॉक ब्रोकर पर फ्री में ट्रेडिंग अकाउंट बना सकते है।

और एक बात ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के बाद जब आप शेयर खरीदते या बेचते हैं तो ब्रोकिंग कम्पनी आपसे कुछ ब्रोकरेज चार्ज लेती है। Zerodha और Upstox की बात करें तो जब आप शेयर खरीदते है, तो कोई चार्ज नहीं लगता पर शेयर सेल पर आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है वही Groww की बात करें तो यह शेयर के खरीद और बिक्री पर भी चार्ज करता है।

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए यहाँ नीचे मैंने टॉप 10 ब्रोकर की लिस्ट बनाया है:

  1. Zerodha Demat Account
  2. Angel Broking Demat Account
  3. Sharekhan Demat Account
  4. Edelweiss Demat Account
  5. 5Paisa Demat Account
  6. Kotak Securities Demat Account
  7. IIFL Demat Account
  8. Motilal Oswal Demat Account
  9. ICICI Direct Demat Account
  10. Karvy Demat Account

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपके पास निम्नलिखित डाक्यूमेंट्स होना जरूरी है:

  • पैन कार्ड (सबसे जरूरी डाक्यूमेंट्स)
  • आधार कार्ड
  • बैंक अकाउंट
  • बैंक स्टेटमेंट या कैंसल चेक

ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?

ऑनलाइन इक्विटी ट्रेडिंग करने के लिए, आपको स्टॉक ब्रोकर के साथ एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा। आप नीचे बताये गए स्टेप को फॉलो करके एक ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं:

  • एक ऐसे स्टॉक ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोले जिसकी बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा हो। साथ ही चेक करें वह शेयर के खरीद और बिक्री पर कितना चार्ज करता है।
  • जिस ब्रोकर के साथ आप ट्रेडिंग अकाउंट खोलना चाहते है उसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाये।
  • फिर अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरें जैसे अपना नाम, पता, पैन और बैंक डिटेल आदि
  • इसके बाद अपने डाक्यूमेंट्स अपलोड करें जैसे कि पैन कार्ड, आधार कार्ड, केंसल चेक या बैंक स्टेटमेंट, और साथ में सिग्नेचर की भी फोटोकॉपी अपलोड करें।
  • सारी डिटेल्स और डाक्यूमेंट्स अपलोड करने के बाद, अंत में स्टॉक ब्रोकर आपके द्वारा दी जाने वाली जानकारी को वेरीफाई करेगा और सभी जानकरी सही होने पर 24 से 48 घंटे के अन्दर आपका ट्रेडिंग अकाउंट खुल जायेगा।
  • यदि आप Zerodha पर अकाउंट खोलते है, तो ईमेल के जरिये आपको ट्रेडिंग अकाउंट की ID भेजी जाएग। आपको बस पासवर्ड बनाने बनाने की जरूरत होगी।

शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें?

ट्रेडिंग अकाउंट बनाने के बाद अब बारी आती है शेयर कब खरीदना चाहिए। किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करें और फिर पता करें कि शेयर का दाम बढ़ा है या गिरा है। उसके बाद ही किसी शेयर को खरीदें। अगर आप बिना रिसर्च किए स्टॉक मार्केट में निवेश करते है तो यह बहुत रिस्की हो जाता है। ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है शेयर मार्केट में कौन सी कंपनी के शेयर का दाम बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप The Economic Times, Moneycontrol जैसी साईट का उपयोग कर सकते है।

आखरी सोच

पैस्सिव इनकम के लिए शेयर बाजार एक अच्छा जरिया हैं। आज इस आर्टिकल में मैने आपको बताया ट्रेडिंग अकाउंट क्या है और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं। उम्मीद करता हु यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट के बारे बहुत सारी जानकारी मिली होगी।

छोटा सा निवेदन,अगर यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हुई है, तो इसे शेयर करना न भूलें!

About Antesh Singh

Antesh Singh एक फुल टाइम ब्लॉगर है जो बैंकिंग, आधार कार्ड और और टेक रिलेटेड आर्टिकल लिखना पसंद करते है।

कनाडाई स्टॉक्स पर CFD ट्रेडिंग

कनाडा के शेयर टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज (TSX) पर कारोबार कर रहे हैं । अपने मौजूदा रूप में यह स्टॉक एक्सचेंज 1934 में टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज के विलय (1852 में स्थापित) और मानक स्टॉक और खनन विनिमय के परिणामस्वरूप के रूप में स्थापित किया गया था । 1977 में, स्टॉक एक्सचेंज ने दुनिया का पहला कंप्यूटर असिस्टेड ट्रेडिंग सिस्टम (CATS) लॉन्च किया, जो वर्तमान में कई बाजारों में इस्तेमाल किया जाता है । स्टॉक एक्सचेंज मॉंट्रियल में एक अलग बाजार के साथ टोरंटो में स्थित है । अब एक से अधिक और लगभग $ 2.5 ट्रिलियन के कुल पूंजीकरण के साथ एक आधा हजार प्रतिभूतियों स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार कर रहे हैं । IFC मार्केट्स 48 सबसे लोकप्रिय शेयर व्यापार करने के लिए प्रदान करता है .

Canadian Stock Market

सर्च इंस्ट्रूमेंट, नाम या प्रकार

कृपया, मंच और खाता प्रकार चुनें

ट्रेड शेयर CFDs और IFC मार्केट्स के साथ CFD ट्रेडिंग के लाभों की खोज

  • MetaTrader4 & MetaTrader5 -1:20 लिवरेज (मार्जिन 5%)
  • NetTradeX पर स्टॉक CFDs के लिए लिवरेज ट्रेडिंग अकाउंट लीवरेज (अधिकतम 1:20) के बराबर है
  • हम निम्नलिखित एक्सचेंजों के शेयरों पर 400 से अधिक CFDs प्रदान करते हैं: NYSE | Nasdaq (USA), Xetra (जर्मनी), LSE (UK), ASX (ऑस्ट्रेलिया), TSX ((कनाडा), HKEx (हांगकांग), TSE (जापान).
  • आर्डर वॉल्यूम 0.1% से शुरू, US शेयरों के लिए - 1 प्रति शेयर $ 0.02. और कनाडा के शेयरों के लिए- 0.03 CAD प्रति 1 शेयर । कमीशन चार्ज किया जाता है जब स्थिति को खोला और बंद कर दिया है
  • NetTradeX और MT4 के लिए, एक सौदे के लिए ंयूनतम कमीशन बोली मुद्रा के 1 के बराबर है, 8 HKD और जापानी शेयरों की ंयूनतम 100 JPY, और कनाडा के स्टॉक्स- 1.5 CAD। एमटीएस के लिए, न्यूनतम कमीशन खाता शेष मुद्रा द्वारा निर्धारित होता है-1 USD/1EUR/100 JPY (यूएस स्टॉक्स के लिए केवल 1USD)
  • खुले CFD पदों के धारकों लाभांश समायोजन लाभांश भुगतान राशि के बराबर प्राप्त करते हैं।
  • ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है
  • अधिक जानकारी के लिए " शेयर CFDs लाभांश की तिथियां " पेज।


तुम व्यापार और मार्जिन लाभ/हानि कैलकुलेटर और मार्जिन कैलकुलेटर का उपयोग कर के परिणाम की गणना कर सकते हैं। आप नियमित रूप से कंपनी की आय विज्ञप्ति में कंपनी की आय कैलेंडर के दिनांक देख सकते हैं.

Demat Account Tips: एक डीमैट खाते से दूसरे ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है में शेयर करें ट्रांसफर, यह है तरीका

Demat Account: एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं. अगर आपके पास कई डीमैट खाते हैं तो आप एक खाते से दूसरे खाते में शेयर को ट्रांसफर कर सकते हैं. यह काम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होता है.

By: ABP Live | Updated at : 06 Jan 2022 09:12 PM (IST)

Demat Account: शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट खोला जाता है. बिना डीमैट अकाउंट के शेयर ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है मार्केट में ट्रेडिंग नहीं की जाती है. डीमैट खाता आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने में मदद करता है जहां आप एक स्टैंडर्डाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर अपने फाइनेंशियल सिक्योरिटी रखते हैं.

एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं. अगर आपके पास कई डीमैट खाते हैं तो आप एक खाते से दूसरे खाते में शेयर को ट्रांसफर कर सकते हैं. यह काम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से होता है.

ऑफलाइन शेयर ट्रांसफर

  • एक डीमैट अकाउंट से दूसरे डीमैट अकाउंट में शेयर ऑफलाइन तरीके से तब ट्रांसफर किए जा सकते हैं जब शेयर NSDL या CDSL की डिपॉजिटरी में रखे गए हों.
  • इसके लिए आपको डिलीवरी ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है इंस्ट्रक्शन स्लिप भरना होगा.
  • फॉर्म में इन चीजों को भरना होगा- ट्रांसफर किए जाने वाले शेयर के ISIN नंबर, कंपनी का नाम, डीमैट अकाउंट और उस अकाउंट का डीपी आईडी (DP ID), जिसमें शेयर ट्रांसफर करने हैं.
  • फॉर्म भरने के बाद ब्रोकिंग कंपनी के ऑफिस में यह फॉर्म जमा करना होगा.
  • फॉर्म प्रोसेस होने होने के बाद शेयर दूसरे डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.
  • इस बात का ध्यान रखें कि शेयर ट्रांसफर के आवदेन की प्रोसेसिंग के लिए ब्रोकर आपसे फीस ले सकता है. वैसे पुराना डीमैट अकाउंट बंद कराने पर कोई फीस नहीं लगेगी.

ऑनलाइन शेयर ट्रांसफर

News Reels

  • शेयर सीडीएसएल (CDSL) की डिपॉजिटरी में रखा है तो उन्हें ऑनलाइन तरीके से ट्रांसफर हो सकते हैं.
  • आपको 'EASIEST' प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करना होगा।
  • सबसे पहले इस लिंक https://web.cdslindia.com/myeasi/Home/Login पर रजिस्टर करना होगा।
  • जिस डीमैट अकाउंट में शेयर रखे हैं, उसकी जानकारी भरें.
  • इसके उस डीमैट अकाउंट को जोड़ें, जिसमें शेयर ट्रांसफर करने हैं.
  • 24 घंटे बाद अकाउंट के जुड़ जाने पर आप शेयर ट्रांसफर कर सकते हैं.

डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया

  • पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपंट (ब्रोकर) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
  • सरल लीड फॉर्म भरें, जिसमें अपना नाम, फोन नंबर और निवास स्थान की जानकारी दें.
  • इसके बाद आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी मिलेगा.
  • अगले फॉर्म को पाने के लिए ओटीपी दर्ज करें. अपने केवाईसी डिटेल्स जैसे जन्म तिथि, पैन कार्ड डिटेल्स, कॉन्टेक्ट डिटेल्स, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि भरें.
  • आपका डीमैट अकाउंट अब खुल गया है. आपको अपने ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट नंबर जैसे डिटेल्स मिल जाएंगे.

डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

यह भी पढ़ें:

Published at : 06 Jan 2022 09:12 PM (IST) Tags: Share Market demat account share transfer हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

यह भी पढ़ें

अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

bitcoins 650

कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?

यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.

रेटिंग: 4.82
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 133
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *