सफलता की कहानी

निवेश से जुड़े कुछ टिप्स

निवेश से जुड़े कुछ टिप्स
कोरोना काल ने ही हमें सिखाया कि सही समय पर निवेश करना समय की मांग है. आज के समय में सिर्फ पैसा कमाना ही काफी नहीं है. पैसे की बचत और निवेश भी ज़रूरी है. (Start investing early) दरअसल, हमारी सेविंग ही है, जो बुरे वक्त में हमारे काम आती है. तो आइए जानते हैं कि वो कौन से तरीके हैं, जिनकी मदद से हम कम उम्र में निवेश शुरू कर आर्थिक रूप से मजबूत होकर अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं:

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Money Management Tips: कैसे करें अपने पैसे का प्रबंधन

बदलते समय के साथ नौकरीपेशा होने के बावजूद महिलाएं गृहणी होने की अपनी निवेश से जुड़े कुछ टिप्स अहम जिम्मेदारी से मुक्त नहीं हो पाई हैं। लगातार बढ़ती मंहगाई के इस दौर में परिवार के खर्चे चलाना और उसी में से बचत की गुंजाइश भी बनानी पड़ती है।

Money Management Tips: भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की दसवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। विकास दर के लिहाज से यह शीर्ष तीन देशों के साथ कदमताल मिलाकर बढ़ रही है। करीब सवा अरब की आबादी वाले इस देश ने अपने सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद वैश्विक मंदी के झटकों को उस समय बखूबी झेला जब इसने दुनिया की आर्थिक महाशक्ति अमेरिका की चूलें हिला दी थीं। अर्थव्यवस्था की इस मजबूती का आधार देश में वित्तीय प्रबंधन के दिलचस्प घरेलू नुस्खे रहे हैं जिसमें अर्थशास्त्र का कोई बड़ा सिद्धांत छुपा हुआ नहीं है।

money management tips: कैसे करें अपने पैसे का प्रबंधन

आय व्यय का आंकलन

कुशल वित्तीय प्रबंधन के लिए आय और व्यय का सही आंकलन पहली शर्त है। सारा वित्तीय प्रबंधन इसी पर टिका रहता है। यह समझना जरूरी है कि आय के स्रोत क्या हैं। एक तय अवधि मे कितना पैसा हमारे पास रहेगा और उसमें से क्या खर्चे होंगे। मंहगाई बढऩे से खर्चों में कितनी बढ़ोतरी होगी। ऐसे में किन खर्चों में कटौती जरूरी हो जाएगी। आय बढ़ाने के विकल्प क्या होंगे आदि।

आय व्यय के आंकलन के बाद व्यावहारिक बजट बनाना दूसरी शर्त है। बजट ऐसा होना चाहिए जिसमें खर्चों को आय के दायरे में रखने, आमदनी का अधिकतम सदुपयोग करने, देनदारियों को समय पर चुकाने और इन सबके बीच बचत के लिए भी कुछ बचाकर रखने की गुंजाइश बनी रहे।

फिजूलखर्ची से परहेज

पहला नियम फिजूलखर्ची से परहेज का है, जो पैसों को समझदारी के साथ खर्च करने से जुड़ा है। इसके अनुसार दूसरों की देखा देखी, शौकिया या विज्ञापनों के मोहजाल में फंसकर ऐसी कोई वस्तु कभी नहीं खरीदनी चाहिए जिसकी आपको आवश्यकता नहीं है वरना एक दिन ऐसा आ जाएगा जब आपको ऐसी चीज बेचनी पड़ जाएगी जिसकी आपको सबसे अधिक जरूरत है।

फिजूलखर्ची की आदत पर काबू पा लिया गया तो समझ लीजिए बचत का आधा रास्ता तय हो गया। इस बारे में बफेट का कहना है कि सारे खर्च होने के बाद जो रकम रह जाए उसे बचत करने की बजाए बचत करने के बाद जो पैसा बचे उसे खर्च के लिए रखिए। ऐसा मानना सरासर गलत है कि जो लोग बचत करते हैं वह अपने शौक और अपने मन को मारकर ही ऐसा कर पाते हैं। इसके लिए कोई बड़ा बलिदान करने की आवश्यकता नहीं होती, थोड़ी सी समझदारी जरूर चाहिए। कोई भी चीज खरीदते समय अति उत्साह में आकर तुरंत फैसला नहीं लें। ठंडे दिमाग से विचार करें। बचत के रास्ते पर चलने के लिए यह पहली शर्त है। आवश्यक नहीं कि आप बड़ी बचत करें। छोटी-छोटी बचत की आदत डालें।

निवेश और बचत से जुड़े ये सुझाव आपने न माने तो पछताएंगे

निवेश और बचत से जुड़े ये सुझाव आपने न माने तो पछताएंगे

क्या आपने इस बात को महसूस किया है कि बचत और निवेश से जुड़े जो सबसे काम के सुझाव होते हैं, वे बेहद आसान होते हैं. उदाहरण के लिए: सबसे पहले निवेश करें, अपनी बचत को काम पर लगाएं, ऋण कम से कम लें और इमर्जेंसी फ़ंड ज़रूर बनाएं. यहां हम कुछ इसी तरह की निवेश और बचत से जुड़ी सलाह के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें अनदेखा कर के कहीं बाद में आपको पछताना न पड़े.

यूं तो आपको कई जगह से, कई सारी फ़ायनांशियल सलाहें मिल सकती हैं, जिनके आधार पर आप बचत और निवेश की योजना बना सकते/सकती हैं, लेकिन इन भारी-भरकम से सुझावों के बीच अक्सर हम वे बुनियादी बातें भूल जाते हैं, जिन पर

इन्हें भीपढ़ें

हमें निवेश और बचत के लिए हमेशा भरोसा करना चाहिए. यहां निवेश से जुड़े कुछ टिप्स हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं, जो बेसिक हैं और जिन पर आपको हमेशा डटे रहना चाहिए.

अपने भविष्य का ख़्याल पहले रखें
अमूमन तन्ख़्वाह मिलते ही हमें ख़र्च दिखाई देने लगते हैं और उसके बाद अपनी वो इच्छाएं, जिन्हें हम हमेशा से पूरा करना चाहते रहे हैं. ख़र्चे, जो ज़रूरी हैं, उन्हें तो किया ही जाना है, लेकिन इच्छाओं को आप धीरे-धीरे करके भी पूरा कर सकते/सकती हैं. लेकिन इन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है भविष्य के लिए निवेश करना. अत: अपनी सैलरी का एक हिस्सा निवेश के लिए पहले ही अलग कर दें. अपने वेतन को घंटे के आधार पर बांटें और कम से कम रोज़ाना के एक घंटे का वेतन यानी एक महीने में कुल 30 घंटों का वेतन निवेश करने के लिए अलग रख दें. इस तरह आप लंबे समय में अच्छी बचत कर सकेंगे.

इंश्योरेंस को दें वरीयता
जैसे ही आपकी नियमित आय आने लगे, आपको अपना हेल्थ और लाइफ़ इन्श्योरेंस ज़रूर करा लेना चाहिए. अपने वेतन में से एक हिस्सा इसके लिए अलग निकाल के रखें, ताकि आप इन्श्योरेंस का प्रीमियम भर सकें. दुर्घटना या बीमारी हमारे जीवन में अकस्मात ही आ जाते हैं, इनसे निपटने में आपका यह निवेश हमेशा ही आपके काम आएगा. अत: इंश्योरेंस कराने में कभी कोताही न करें.

जल्द से जल्द, छोटी से छोटी रकम से शुरुआत

Savings is key

Image For Representation/unsplash

एक्सपर्ट युवाओं को जल्द से जल्द निवेश करने की सलाह देते हैं. उनके मुताबिक अगर हम अपनी नौकरी के शुरुआती दिनो में ही निवेश शुरू करते देते हैं, तो इसके जरिए होने वाला फायदे अधिक होगा. उदाहरण के लिए अगर आप 18 साल की उम्र में निवेश करना शुरू कर देते हैं तो आपको मिलने वाला रिटर्न उन लोगों से बहुत अधिक होगा, जो 35-40 की उम्र में निवेश करना शुरू करते हैं. एक बात और जरूरी नहीं है कि निवेश बहुत बड़ा किया जाए. कमाई के छोटे से छोटे हिस्से से निवेश कर भविष्य बनाया जा सकता है.

3. टर्म लाइफ प्लान और हेल्‍थ इंश्‍योरेंस जरूर हैं

Achieve realistic goals when it comes investing

निवेश से जुड़े कुछ टिप्स Image For Representation/Unsplash

युवाओं के कंधों पर अपने परिवार की जिम्मेदारी अधिक होती है. छोटे भाई-बहन, मां-बार और शादी हो गई है तो पत्नी और बच्चों को संभालना होता है. ऐसे में युवाओं को टर्म लाइफ प्लान और हेल्‍थ इंश्‍योरेंस में निवेश करने की सलाह दी जाती है. ये परिवार को मुश्किल समय में पर्याप्त आर्थिक सुरक्षा देता है. इसके अलावा, हेल्‍थ इंश्‍योरेंस आजकल इलाज के दौरान मदद करता है. परिवार का कोई सदस्य अगर अचानक बीमार पड़ता तो हेल्‍थ इंश्‍योरेंस होने पर आपके कंधों पर अतिरिक्त खर्च का बोझ नहीं पड़ता है और आपकी जिंदगी पटरी पर रहती है.

4. FD, PF, PPF, म्यूचुअल फंड आदि विकल्प हैं

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कम उम्र में भले ही आपके पास कम खर्चे हो और महीने की सैलरी से आपका काम चल जाता है. मगर, जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ेगी, शादी होगी, बच्चे होंगे, खर्च तेजी से बढ़ता जाएगा. ऐसे में अगर आप कम उम्र में सैलरी के 20 से 30 प्रतिशत हिस्‍से को बचाकर लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं तो यह फायदेमंद होगा. बच्‍चों की पढ़ाई-लिखाई, शादी और रिटायरमेंट के बाद ये रकम आपके काम आएगी. आप सेविंग के साथ निवेश के लिए FD, PF, PPF, NPS, म्यूचुअल फंड और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे कई तरह के वित्तीय विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं

निवेश और बचत से जुड़े ये सुझाव आपने न माने तो पछताएंगे

निवेश और बचत से जुड़े ये सुझाव आपने न माने तो पछताएंगे

क्या आपने इस बात को महसूस किया है कि बचत और निवेश से जुड़े जो सबसे काम के सुझाव होते हैं, वे बेहद आसान होते हैं. उदाहरण के लिए: सबसे पहले निवेश करें, अपनी बचत को काम पर लगाएं, ऋण कम से कम लें और इमर्जेंसी फ़ंड ज़रूर बनाएं. यहां हम कुछ इसी तरह की निवेश और बचत से जुड़ी सलाह के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें अनदेखा कर के कहीं बाद में आपको पछताना न पड़े.

यूं तो आपको कई जगह से, कई सारी फ़ायनांशियल सलाहें मिल सकती हैं, जिनके आधार पर आप बचत और निवेश की योजना बना सकते/सकती हैं, लेकिन इन भारी-भरकम से सुझावों के बीच अक्सर हम वे बुनियादी बातें भूल जाते हैं, जिन पर

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हमें निवेश और बचत के लिए हमेशा भरोसा करना चाहिए. यहां हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं, जो बेसिक हैं और जिन पर आपको हमेशा डटे रहना चाहिए.

अपने भविष्य का ख़्याल पहले रखें
अमूमन तन्ख़्वाह मिलते ही हमें ख़र्च दिखाई देने लगते हैं और उसके बाद अपनी वो इच्छाएं, जिन्हें हम हमेशा से पूरा करना चाहते रहे हैं. ख़र्चे, जो ज़रूरी हैं, उन्हें तो किया ही जाना है, लेकिन इच्छाओं को आप धीरे-धीरे करके भी पूरा कर सकते/सकती हैं. लेकिन इन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है भविष्य के लिए निवेश करना. अत: अपनी सैलरी का एक हिस्सा निवेश के लिए पहले ही अलग कर दें. अपने वेतन को घंटे के आधार पर बांटें और कम से कम रोज़ाना के एक घंटे का वेतन यानी एक महीने में कुल 30 घंटों का वेतन निवेश करने के लिए अलग रख दें. इस तरह आप लंबे समय में अच्छी बचत कर सकेंगे.

इंश्योरेंस को दें वरीयता
जैसे ही आपकी नियमित आय आने लगे, आपको अपना हेल्थ और लाइफ़ इन्श्योरेंस ज़रूर करा लेना चाहिए. अपने वेतन में से एक हिस्सा इसके लिए अलग निकाल के रखें, ताकि आप इन्श्योरेंस का प्रीमियम भर सकें. दुर्घटना या बीमारी हमारे जीवन में अकस्मात ही आ जाते हैं, इनसे निपटने में आपका यह निवेश हमेशा ही आपके काम आएगा. अत: इंश्योरेंस कराने में कभी कोताही न करें.

कम समय में मालामाल होने के लिए इन 9 फंड्स में कर सकते हैं निवेश, जानिए हर ऑप्शन से जुड़ी खास बातें

एक्सपर्ट के मुताबिक निवेशकों को फिजिकल गोल्ड की बजाय गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स में निवेश पर जोर देना चाहिए।

PPF इस निवेश योजना को सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। पीपीएफ में निवेश करने में जोखिम बहुत ही कम होती है (मूल राशि और ब्याज सरकार द्वारा सुरक्षित है और कर-मुक्त है) और साथ ही यह निवेश दीर्घकालिक भी है।

नई दिल्ली, लिज्जी चैपमैन। आप में से कई लोग आश्चर्य करते हैं कि हर महीने अपनी तनख्वाह से जो पैसा बचता है, उसका क्या करें। जवाब है, उसे निवेश करें। अब आपके मन में सवाल उठता होगा कि निवेश क्यों करना चाहिए? इसका उत्तर है कि पैसों को बैंक में रखने की बजाय निवेश करके आप अधिक पैसे कमा सकते हैं। वित्तीय सुरक्षा हासिल करने और दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निवेश करना महत्वपूर्ण है। कड़ी मेहनत से लक्ष्य प्राप्ति होती है यह बात सच है लेकिन यह एकमात्र तरीका नहीं है; अगर आप सही तरीके से निवेश करते हैं, तो आपका पैसा आपके लिए कड़ी मेहनत करेगा।

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