म्यूचुअल फंडस

इसी तरह इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस में जुलाई 2019 में कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मामला सामने आया। उस समय भारतीय फंड हाउसों की होल्डिंग केवल 4% म्यूचुअल फंडस इसमें थी। जबकि विदेशी निवेशकों की 70% और रिटेल निवेशक की 6% होल्डिंग थी। दीवान हाउसिंग फाइनेंस का मामला जनवरी 2019 में सामने आया था। इसमें उस समय घरेलू फंड हाउसों के पास 5% शेयर थे जबकि विदेशी निवेशकों के पास 30 और रिटेल निवेशकों के पास 23% शेयर थे।
सिस्टेमेटिक विड्रावल प्लान (SWP) क्या है?
नियमित आय की दृष्टि से कुछ लोग म्यूचुअल फंडस म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करते हैं और लाभांश प्राप्ति के विकल्प पर भी नज़र होती है| चुनांचे, बहुधा ऐसी योजनायें, खासकर डेब्ट से ताल्लुक रखने वाली, आपको मासिक या त्रैमासिक लाभांश का विकल्प देती है| ये जान लेना ज़रूरी है कि ये लाभांश योजनाओं से मिली वृद्धि से ही वितरित किए जाते हैं जिनकी हर महीने कोई गारंटी नहीं है, यद्यपि समरूप लाभांश की, फंड गृह की हमेशा कोशिश रहती है, वितरण लायक अतिरिक्त राशि कितनी होगी, ये बाज़ारों के गति और फंड के प्रदर्शन पर निर्भर है|
मासिक आय का एक और जरिया है: सिस्टेमेटिक विथड्रावल प्लान (SWP) का इस्तेमाल| यहाँ आपको स्कीम के विकास योजना में निवेश करना होता है जिसमें हर महीने मासिक भुगतान की म्यूचुअल फंडस म्यूचुअल फंडस एक निर्दिष्ट राशि निर्धारित करनी होती है| एक तयशुदा दिन, उस निर्धारित राशि के समतुल्य यूनिट्स/इकाइयां निकाल दी जाती हैं| उदाहरण स्वरुप, एक निवेशक १० लाख निवेशित कर हर महीने की पहली तारीख को १० हज़ार रूपए के भुगतान की गुजारिश कर सकता है| तब, १०,००० मूल्य की इकाइयां महीने की पहली तारीख को निकाल दी जायेंगी|
फैसला लेने में बुद्धिमानी: विदेशी फंड मैनेजर्स की तुलना में घरेलू फंड मैनेजर्स अच्छा काम कर रहे हैं, शेयरों में निवेश करने में हैं माहिर
देश में वर्षों से चले आ रहे कॉर्पोरेट घोटालों ने देश के फंड मैनेजरों के शेयर चुनने की कला को अब बेहतर मुकाम पर पहुंचा दिया है। ये फंड मैनेजर्स अब लगातार विदेशी फंड मैनेजरों और रिटेल निवेशकों को पछाड़ देने की पोजीशन में आ गए हैं।
कई शेयरों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मुद्दा म्यूचुअल फंडस रहा है
आंकड़े बताते हैं कि हाल के सालों में ऐसे की शेयर रहे हैं जिनमें कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मुद्दा सामने आया है। इन शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट आई। साथ ही कई शेयरों में अब कारोबार भी बंद हो गए हैं। विदेशी निवेशकों की तुलना में घरेलू फंड हाउस सतर्कता के साथ निवेश करते हैं। इसलिए वे इस तरह के शेयरों में डूबने से बच गए हैं।
SIP Myths: जाने एसआईपी से जुड़े कुछ मिथक के बारे में, रहेंगे फायदे में
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) में आप नियमित अंतराल पर निवेश कर शानदार मुनाफा कमा सकते हैं.
Mutual Fund Sip Common Myths: क्या आप भी एसआईपी म्यूचुअल फंडस (SIP Mutual Fund) में निवेश करते हैं. और आपके मन में उसके बारे में कुछ मिथक है तो आज हम सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान(SIP) को लेकर ऐसे मिथक जिनसे आप कंफ्यूज होते हैं, उन्हें दूर करेंगे। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (S ystematic Investment Plan ) में आप नियमित अंतराल पर निवेश कर शानदार म्यूचुअल फंडस मुनाफा कमा सकते हैं. याद रखे कि आप एसआईपी के जरिए निवेश करते हैं न कि एसआईपी में निवेश नहीं करते हैं।
एसआईपी (SIP) एक निवेश प्रोडक्ट है, म्यूचुअल फंडस आइये जानते हैं इससे सम्बन्धित मिथक की सच्चाई:
क्या आपको भी लगता है कि SIP सिर्फ छोटे निवेशकों के लिए होती है? अगर ऐसा है तो हम आपको बता दें कि ये सोचना बिल्कुल गलत होगा. क्योंकि SIP की शुरुआत छोटी रकम से की जा सकती है लेकिन आप अपनी रकम को बढ़ा भी सकते हैं. 1 लाख रुपए से अधिक एसआईपी में म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश कर सकते हैं।
यदि आपको लगता है कि एसआईपी के अंदर रकम को बदल नहीं सकते यह एक मिथक है. क्योंकि SIP एक फ्लैक्सिबल निवेश है, इसमें आप जब चाहे अपनी निवेश राशि को घटा या बढ़ा सकते हैं. इसके साथ ही इसमें समय सीमा को भी घटाया और बढ़ाया जा सकता है।
Myth3- बाजार में उछाल होने पर एसआईपी के जरिए निवेश न करें
लोगों इस बात का मिथ (Myth) होता है कि बाजार में गिरावट हो तब एसआईपी (SIP) करना चाहिए. लेकिन यह गलत है. जब आप लंबी अवधि के लिए एसआईपी करते हैं तब उस पर उतार-चढ़ाव का अधिक प्रभाव नहीं होता है।
यदि आपको लगता है कि एसआईपी में निवेश करने से आपको रिटर्न गारंटी मिलती है, तो ऐसा बिल्कुल गलत है. ऐसा नहीं होता है, क्योंकि म्यूच्यूअल फंडस भी मार्केट लिंक्ड होते हैं इसीलिए बाजार के ट्रेडिंग पर आपका रिटर्न भी प्रभावित होगा।
Rolex Rings IPO: आज से मिलेगा शानदार कमाई का मौका, जानें क्या है मार्केट एक्सपर्ट की राय?
- News18Hindi
- Last Updated : July 28, 2021, 09:50 IST
नई दिल्ली: बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है. 28 जुलाई यानी आज से आपको एक और कमाई (Earn money) करने का मौका मिलने वाला है. ऑटो कलपुर्जे बनाने वाली कंपनी रोलेक्स रिंग्स (Rolex Rings) का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हो रहा है. यह 28 जुलाई से 30 जुलाई तक सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन रहेगा.
इस आईपीओ के जरिए कंपनी करीब 24.36 लाख इक्विटी शेयर्स जारी करेगी. इस आईपीओ के लिए निवेशकों को 14080 रुपये का मिनिमम निवेश करना होगा. एक लॉट में निवेशकों को 16 शेयर्स मिलेंगे.
Yearly Archives: 2018
Sip का मतलब होता है सिस्टीमेटिक इन्वेस्टिमेंट प्लान । sip म्यूचुअल फंड के अंदर निवेश करने का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है। यदि सीधे ही पैसा शेयर बाजार के…