फोरेक्स ट्रेडिंग की मूल बातें

अपनी कंपनी के शेयर कैसे बेचें

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यश का यह कहना है कि उन्होंने स्कूल के वक्त से ही मशरूम की खेती का मन बना लिया था। इसीलिए विशेषज्ञों से प्रशिक्षण लेकर घर में ही 3 वर्ष पहले ढाई सौ वर्ग फिट खाली जगह पर स्ट्रक्चर तैयार कर 500 बैग मशरूम की खेती का प्रयोग शुरू किया। जिसका परिणाम उम्मीद के अनुसार आया।

भारत एक नई सोच

यश ने यह कमाल अपनी मेहनत और लगन से कर दिखाया है। हालांकि उन्होंने 625 वर्ग फीट के खाली पड़ी प्लांट में मशरूम की खेती के लिए बांस, काली पॉलीथिन, ग्रीन नेट स्ट्रक्चर तैयार करने तक का सारा काम खुद किया। स्ट्रक्चर तैयार होने के बाद से उन्होंने रात 9 बजे से 1 बजे तक लगातार 10 दिन तक 500 बैग्स तैयार किए। जिसमें oyster mushroom की खेती की जा सकें। यश अब 500 बैग मशरूम की खेती से आगे बढ़कर 1000 बैग्स तक करने का मन बना चुके हैं और इसी की तैयारी में लगे हुए हैं।

स्कूल में ही ये राह तय कर ली थी

गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले यशराज का लक्ष्य स्कूल के वक्त से ही तय था। उन्होंने स्कूलिंग के दौरान oyster mushroom के व्यवसाय में अपना भविष्य तय कर लिया एवं कक्षा ग्यारहवीं में एग्रीकल्चर विषय चुन स्कूलिंग पूरी की। जिसके बाद से स्नातक की पढ़ाई करने के लिए बीएससी एग्रीकल्चर में दाखिला ले लिया।

हालांकि वह बीएससी एग्रीकल्चर अंतिम वर्ष के छात्र हैं। बीएससी की पढ़ाई के दौरान उन्होंने ‘कृषि वन’ देहरादून नाम की संस्थान से 1 महीने तक oyster mushroom की खेती अपनी कंपनी के शेयर कैसे बेचें करने के बारे में सीखा। फिर वर्ष 2018 में 500 बैग्स में मशरूम उगाने का प्रयोग करके देखा। जिसमें उनको 80 किलो मशरूम मिले।

कोविड-19 की वजह से कुछ खास नहीं कर पाए

80 किलो मशरूम प्रयोग से मिले। उन्होंने यह बताया कि उसको ₹100 प्रति किलो के हिसाब से बेचें। उनका ये प्रयोग सफल तो हो गया लेकिन बीते 2 सालों तक कोरोना की वजह से वह इसमें कुछ खास नहीं कर पाए। इस दौरान उन्होंने ‘कृषि विज्ञान केंद्र’ कोटा के वैज्ञानिकों से संपर्क साधा और जनवरी 2022 में नई तकनीकी के साथ मशरूम उगाने के लिए 500 बैग्स तैयार किए। इस बार उनको एक हजार किलो से अधिक मशरूम मिले। लागत निकालने के बाद से भी इस ऑयस्टर मशरूम को बाजार में बेचकर यश ने 80 हजार रुपए से अधिक की कमाई की।

यश फ्रेश Oyster Mushroom को 100 से 150 रुपए किलो तक बेचते हैं। जबकि उसी मशरूम को सुखा पाउडर बनाकर 1500 से 2000 रुपए प्रति किलो में बेच देते हैं। 100 किलो फ्रेश मशरूम से 10 किलो मशरूम पाउडर बनता है। इस प्रकार यश 45 से 60 दिन में मशरूम की खेती से ही 80 हजार से एक लाख रुपए तक कमा रहे हैं।

किन चीजों की जरूरत होती है और किन-किन बातों का रखें ध्यान

यशराज ने यह बताया कि 1000 किलो oyster mushroom के लिए अपनी कंपनी के शेयर कैसे बेचें 500 बैग्स तैयार करने पड़ते हैं। जिसके लिए 600 किलो भूसा, ₹200 की काली पॉलिथीन, 100 किलो बीज और 800 रुपए की राशि की जरूरत होती अपनी कंपनी के शेयर कैसे बेचें है। बांस का स्ट्रक्चर बनाकर उसे ग्रीन नेट से कवर किया जाता है। उन्होंने आगे बताया कि मशरूम बैग्स को 18 दिनों तक सूरज की रोशनी से बिल्कुल ही दूर रखना होता है। उसके बाद से हल्के पानी का छिड़काव कर सकते हैं। इस प्रकार लगभग 45 से 60 दिन में क्रॉप तैयार हो जाता है एक वर्ष में ऑयस्टर मशरूम की 6 से 7 क्राॅप तक लगाई जा सकती है।

पहले तो यश को मशरूम बेचने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन यूट्यूब, कृषि वन संस्थान और कृषि विज्ञान केंद्र की मदद से अब उनके मशरूम की अच्छी खासी मांग है। इसलिए उन्होंने अब खुद की ही कंपनी शुरू कर दी है। बता दें कि लोगों के यहां जो भी उत्पादन होता है उसे बाजार मूल्य से ज्यादा दाम पर खरीद कर, आगे मांग के अनुसार बेच देते हैं। यश फ्रेश मशरूम का अचार एवं मशरुम पाउडर को पापड़, कैप्सूल एवं बिस्किट के रूप में बेचकर भी अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं।

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