ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है?

टोल प्लाजाओं पर टोल कलेक्शन सिस्टम से होनेवाली परेशानियों का हल निकालने के लिए राष्ट्रीय हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? सिस्टम शुरू किया गया है. इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम या फास्टैग स्कीम भारत में सबसे पहले साल 2014 में शुरू की गई थी. जिसे धीरे-धीरे पूरे देश के टोल प्लाजाओं पर लागू किया जा रहा है. फास्टैग सिस्टम की मदद से आपको टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिल सकेगी।
निफ्टी 50 नवंबर एक्सपायरी: ऑप्शन सेलर्स के लिए अच्छा खेल!
निफ्टी 50 इंडेक्स पिछले कुछ सत्रों से करेक्शन मोड में है। पिछले 4 दिनों से (आज सहित) इंडेक्स लोअर लो और लोअर हाई फॉर्मेशन बना रहा है, जो स्पष्ट रूप से गिरावट को दर्शाता है। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि टॉप बना है या नहीं लेकिन मजबूत रैली के बाद करेक्शन का दौर साफ दिख रहा है।
सूचकांक 18,442 पर (कम से कम अभी के लिए) सबसे ऊपर है, जिससे निकट अवधि में 18,450 एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रतिरोध क्षेत्र बन गया है। मौजूदा मासिक समाप्ति के लिए, इस स्ट्राइक प्राइस से ऊपर के कॉल ऑप्शन विक्रेता गुरुवार तक अच्छा पैसा बना रहे हैं। चूंकि 50 के गुणकों में स्ट्राइक ज्यादा कारोबार नहीं करते हैं, इसलिए 18,400 और 18,500 CE ने क्रमशः 2.24 लाख और 1.68 लाख अनुबंधों का ओपन इंटरेस्ट (OI) जमा किया है। दिलचस्प बात यह है कि उच्चतम OI 18,300 CE पर मौजूद है, जो लगभग 2.42 लाख अनुबंधों पर है, जो तेजड़ियों की आक्रामकता दिखा रहा है।
निफ्टी 18307 पर, बैंक निफ्टी 20 प्वाइंट्स गिर कर बंद, Ifb Industries 16% बढ़ी, Chalet Hotel 10% गिरा
करीब 2 बजे निफ्टी के चार्ट में हमे मॉर्निंग स्टार पैटर्न देखने को मिला और वहिंसे सपोर्ट ले कर निफ्टी बढ़ने लगी, निफ्टी में बंद होने से पहले हमे स्टॉक मार्केट में एक अच्छा ग्रीन मूव देखने को मिला इससे हम अनुमान लगा सकते है की मार्केट में बायर्स अभी भी बने हुवे है और वो लगातार खरीददारी कर रहे है।
स्टॉक मार्केट में बैंक निफ्टी :
आज बैंक निफ्टी की ओपनिंग लगभग 122 प्वाइंट्स ऊपर 42547 के लेवल में हुई लेकिन खुलने के बाद अधिक मात्रा में सेलर्स उपलब्ध होने के कारण बैंक निफ्टी हमे कमजोर दिखी हमे बैंक निफ्टी के चार्ट में अंत समय काफी उछाल देखने को मिला , 15 ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? मिनट की 4 कैंडल्स में बैंक निफ्टी 222 प्वाइंट्स ऊपर हो गई लेकिन वो अपना महत्वपूर्ण राजिस्टेंट्स 42450 का लेवल नही तोड़ा और बंद हो गई।
Stock Market में आज के टॉप गेनर में Ifb Industries, Mahabank , Policybzr, Graphite,Najara रहे तथा Sbin का स्टॉक 600 के पर पहुंचा और आज के टॉप लूजर्स Chalet Hotel, Mazdock, Mastek, Glenmark, Delhivery रहे तथा Bajaj Auto और Maruti के शेयर 1.50% गिरे।
Share market में प्रॉफिट चाहते है तो जानिए 18 Nov 2022 को कैसे रहेगी बाजार
आज यानी 17 Nov को भारतीय Share Market में निफ्टी 40 ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? प्वाइंट्स गैपडाउन खुली और इसके बाद साइड वेज चली गई लेकिन Share Market में अचानक से 3 बजे एक बियारिश मोमेंटम आया और एक 15 मिनट की कैंडल में 50 प्वाइंट्स निफ्टी नीचे चली गई और अपना एक महत्वपूर्ण सपोर्ट जो 18330 प्वाइंट्स में था उसे भी ब्रेक कर दिया।
जिसे साफ पता चलता हैं की हमारा Share Market 18 Nov के दिन हमे कमजोर दिखा सकता है, निफ्टी 18362 प्वाइंट्स के लेवल में आज खुली और 18343 प्वाइंट्स में बंद हो गई इस समय के डाटा के अनुसार SGX के मुताबिक हमारी निफ्टी कल 84 प्वाइंट्स गैप डाउन यानी 18258 प्वाइंट्स में खुलेगी (SGX का डाटा कल सुबह तक बदल भी सकता है)
Share Market में बैंक निफ्टी :
17 Nov को बैंक निफ्टी 67 पॉइंट्स डाउन यानी 42411 प्वाइंट्स पर खुली और फिर 15 मिनट के टाइम फ्रेम में अपने 50 EMA से सपोर्ट ले कर सीधे निकल पड़ी बैंक निफ्टी के ऑल टाइम हाई को टेस्ट करने
Share Market ने बैंक nifty का ऑल टाइम हाई 42416 पॉन्टस है जिसे ब्रेक करने में बैंक निफ्टी आज नाकाम रही और इसके बाद काफी सेलर एक्टिव होने के कारण लास्ट की दो 15 मिनट की कैंडल में बैंक निफ्टी 200 प्वाइंट्स गिर कर 42427 प्वाइंट्स के लेवल में पहुंच गई और बंद हो गई
Stock market में बैंक निफ्टी पिछले 5 दिनों से,यानी 11 Nov से 15 मिनट टाइम फ्रेम में अपने 50 EMA से सपोर्ट ले रही है और आज के दिन बैंक ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? निफ्टी ने अपनी क्लोजिंग इसके नीचे दी है। जिससे हम यह अनुमान लगा सकते है की कल के दिन भारतीय Share Market कमजोर देखने को मिल सकता है।
Trading Tips: बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला? जानें अनिल सिंघवी से टिप्स
Zee Business हिंदी 4 घंटे पहले ज़ीबिज़ वेब टीम
Index Trading Tips: इंडेक्स पर ट्रेडिंग के लिए ट्रेडर्स को सही फॉर्मूला पता होना बहुत जरूरी है. इंडेक्स ट्रेडिंग स्टॉक ट्रेडिंग के मुकाबले कम बड़ा उतार-चढ़ाव देखता है, लेकिन यहां अमाउंट बड़ा होता है, जिसके चलते ट्रेडर्स को अपनी स्ट्रेटेजी सोच-समझकर बनानी चाहिए. अब अगर निफ्टी इंडेक्स (Nifty Index Trading) की बात करें तो एंट्री करने के लिए आपको सही लेवल पता होने चाहिए. इंडेक्स में ट्रेड करने वालों के लिए यह समझना जरूरी है कि पहले सपोर्ट लेवल और इंम्पॉर्टेंट लेवल में क्या अंतर है और इन लेवल पर कब खरीददारी करनी चाहिए. इस पर ही Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी आपको टिप्स दे रहे हैं.
1. प्राइस सेक्शन के हिसाब से पहला फॉर्मूला
जब आप करेक्शन के बाद ऊपर जाते हैं और आपको क्लोजिंग डे हाई पर मिलती है, तो इसका बड़ा फायदा होता है कि अगले दिन आपको ऊपर गैप मिलता है. तो आपको पता होता है कि आपका सपोर्ट लेवल क्या है. बाजार अगर डे लो पर बंद होता है तो आपको बॉटम लेवल भी पता होता है. आपको गैप से खुलने पर पहले सपोर्ट पर ही खरीदारी करनी चाहिए. आप कल की रिकवरी और आज का गैपअप देखकर पहले सपोर्ट लेवल पर खरीद सकते हैं.
#EditorsTake🔼
नीचे की रिस्क और सेंटिमेंट के दम पर बाजार में कैसे करें ट्रेड?
बाजार में सही लेवल पर एंट्री करने का क्या है आसान फॉर्मूला?#Index में ट्रेड करने वाले जरूर देखें @AnilSinghvi_ का ये वीडियो.
📺#ZeeBusiness LIVE यहां👉https://t.co/hIB1iwNM0w pic.twitter.com/O8fD6AziL9
— Zee Business (@ZeeBusiness) November 23, 2022
2. सेंटीमेंट पर आधारित फॉर्मूला
दूसरा फॉर्मूला सेंटीमेंट को लेकर चल सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इतना मजबूत नहीं है कि जहां खुले वहां से ले लिया. अगर आपको पता है कि चार-पांच सेशन से खुलने पर हमेशा नीचे जा रहे हैं, तो सेंटीमेंट कमजोर रहेगा. लेकिन रिकवरी आने से कॉन्फिडेंस बढ़ता है तो सेंटीमेंट मजबूत होगा. यहां आप पहले सपोर्ट लेवल पर ले सकते हैं. अगर आपका सेंटीमेंट इंप्रूव नहीं है तो आपको इंपॉर्टेंट लेवल पर खरीदारी करनी चाहिए. पहला सपोर्ट लेवल जल्दी आता है, वहीं, इंपॉर्टेंट लेवल थोड़ा नीचे आता है. यह मजबूत डेटा पर आधारित होता है.
ये ध्यान रखें कि अगर आप ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग में सही एंट्री पॉइंट चुनते हैं तो आपका 80% काम तो ऐसे ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? ही हो जाता है. अगर सही एंट्री पॉइंट नहीं रहा, तो आप बाकी फैक्टर्स में भले ही अच्छा कर रहे हों, लेकिन पैसा नहीं बनेगा.
फास्टैग कैसे काम करता है?(How FASTag works)
फास्टैग टोल प्लाजा कलैक्शन के लिए एक प्रीपेड रिचार्जेबल टैग्स है, जो की वाहन की विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। जैसा की आपको ऊपर बताया गया है, की यह रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) की मदद से कार्य करता है। जब आप किसी भी टोल प्लाजा को पार करते है, और आपका वाहन टोल प्लाजा के सेंसर की रेंज में आता है, तो आपका टोल प्लाजा भुगतान लिंक्ड बैंक खाते, या प्रीपेड वॉलेट से अपने आप हो जाता है।
जब आपके वॉलेट से पैसे ख़त्म हो जाते है, तो आपको FASTag को फिर से Recharge कराना होता है। FASTag जारी होने की तिथि से लेकर अगले 5 वर्ष तक मान्य होता है। 5 वर्ष पुरे होने पर आपको अपने वाहन की विंडस्क्रीन पर नया फास्टैग लगवाना होता है। इसके अलावा आप जो रीचार्ज अपने फास्टैग वॉलेट में करवाते है, उसकी किसी भी ऑप्शंन ट्रेडिंग क्या है? प्रकार की अवधि नहीं होती है, यह बैलेंस आपके खाते में हमेशा सक्रिय रहता है।