चरण मैनुअल

कॉमर्स का कार्य

कॉमर्स का कार्य
कोविड-19 महामारी की वजह से इसके बाद के समय में देश भर में ई-कॉमर्स लेनदेन में लगातार वृद्धि हुई है। ऑनलाइन पोस्ट की गई समीक्षाएं कोई भी सामान खरीदने हेतु निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उपभोक्ता उन उपयोगकर्ताओं की राय एवं अनुभव के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट की गई समीक्षाओं पर अत्यधिक भरोसा करते हैं, जिन्होंने पहले से ही कोई सामान या सेवा को खरीदा हुआ है। यह देखते हुए कि ई-कॉमर्स में उत्पाद को भौतिक रूप से देखने या उसकी जांच करने के अवसर के बिना एक वर्चुअल खरीदारी का अनुभव शामिल है, इसलिए काफी हद तक यह आवश्यक है कि समीक्षा वास्तविक व प्रामाणिक हो।

केंद्र सरकार ने ई-कॉमर्स में फर्जी और भ्रामक समीक्षाओं से उपभोक्ता हितों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए ढांचागत रूपरेखा तैयार की

उपभोक्ता कार्य विभाग ने ई-कॉमर्स में फर्जी और भ्रामक समीक्षाओं से उपभोक्ता हितों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए तैयार रूपरेखा का आज शुभारंभ किया। उपभोक्ता कार्य विभाग के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने अपने विभाग और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भारतीय मानक (आईएस) 19000:2022 ‘ऑनलाइन उपभोक्ता समीक्षाएं कॉमर्स का कार्य – उनके संग्रह, मॉडरेशन तथा प्रकाशन के लिए सिद्धांत एवं आवश्यकताओं की रूपरेखा कॉमर्स का कार्य का शुभारंभ किया। ये मानक हर उस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लागू होंगे, जहां पर भी उपभोक्ता समीक्षाएं प्रकाशित की जाती हैं। मानक शुरू में सभी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म द्वारा अनुपालन के लिए स्वैच्छिक होंगे। इस पहल का पूर्ण आकलन करने के लिए बीआईएस 15 दिनों के भीतर मानक के लिए एक अनुरूपता मूल्यांकन योजना भी तैयार करेगा।

चैंबर ऑफ कॉमर्स ने की टेक्सटाइल पार्क निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग

चैंबर ऑफ कॉमर्स ने की टेक्सटाइल पार्क निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग

संवाद सहयोगी, डेहरी आन सोन : बियाडा द्वारा क्रय किये गए स्थानीय सुअरा हवाई अड्डा में टेक्सटाइल आधारित उद्योग लगाने व डालमियानगर में रेल कारखाना लगाने को ले केंद्र से पहल करने की मांग डेहरी चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने पटना की है। उद्योग मंत्री ने जल्द ही डेहरी डालमियानगर का दौरा करने व टेक्सटाइल्स उद्योग की प्रगति की समीक्षा करने का भरोसा दिया है ।

बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स डेहरी शाखा के अध्यक्ष बबल कश्यप ने उद्योग मंत्री को बताया कि एक दशक पूर्व परिसमापन में चल रहे रोहतास उद्योग के सुअरा हवाई अड्डा की 87 एकड़ भूमि को बियाडा द्वारा क्रय की गई थी। वहां टेक्सटाइल्स पार्क खोलने के लिए भवन निर्माण कार्य भी 10 करोड़ से अधिक राशि खर्च कर किया जा रहा है। 2015 विधान सभा चुनाव के पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा डालमियानगर में रेल मरम्मत कारखाना खोलने का भरोसा को मूर्त रूप दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय ने यहां रेल कारखाना लगाने की जिम्मेवारी राइट्स को सौपा है। रेलवे द्वारा क्रय किये गए भूमि से पुराने रोहतास उद्योग के कबाड़ को हटा दिया गया है। 2020 के रेल बजट में यहां रेल बैगन कारखाना, हाई एक्सेल बोगी व कॉपलर उद्योग लगाने का बजटीय प्रवधान भी किया गया है। लेकिन अब तक रेल उद्योग नही लगाए गए। उन्होंने उद्योग मंत्री से रेल कारखाना लगाने को केंद्र से पहल करने की मांग की। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन से डेहरी को टेक्सटाइल हब बनाकर इस फिर से औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित करने की मांग पर विचार करने व उसे मूर्त रूप दिलाने का कॉमर्स का कार्य भरोसा दिया। उन्होंने डालमियानगर में रेल कारखाना लगाने के लिए रेल मंत्री से पहल करने की भी बात कही। कहा कि वे अप्रैल में यहां का दौरा कर स्थिति से वाकिफ भी होंगे।

10th ke baad commerce lene ke fayade

नमस्कार दोस्तों आप सभी का हिंदी में जाने पर स्वागत है। यदि आप 10th कक्षा में है या आप अगली साल इस कक्षा में जाने वाले होंगे तो आपके मन में एक सवाल जरूर आएगा की दसवीं कक्षा के बाद किस स्ट्रीम को चुने ?हो सकता है आप कॉमर्स लेना चाहते है लेकिन आप अपने इस निर्णय लेने में हिचक रहे हो।

घबराइए नहीं हम आपको इस लेख में बातएंगे की दसवीं कक्षा के बाद आप कॉमर्स लेके आगे करियर के किस विक्लप को खोल सकते है व भविष्य में क्या क्या कर सकते है। इसके साथ ही आप कॉमर्स के फायदे भी जानेगे।

सबसे पहले हम जानते है की आप कॉमर्स स्ट्रीम को लेने के बाद कौन से कोर्स कर सकते है। इन कोर्स को करने के बाद आप क्या बन सकते है ?

कॉमर्स के अंतर्गत विद्यार्थी वाणिज्य व्यापार और विपणन का अध्ययन करते हैं। इसके अंतर्गत अंतिम ग्राहकों को सेवाएं वस्तु ,वस्तु के आदान-प्रदान के आधार पर सभी व्यक्तियों शामिल होती हैं। स्ट्रीम में अर्थशास्त्र , अकाउंट्स यह मुख्य सब्जेक्ट होते हैं।

Benefits of Commerce

वैसे तो कॉमर्स लेने के बहुत सारे फायदे हैं दसवीं कक्षा के बाद कॉमर्स लेने के लेकिन मैं आपको यहां पर कुछ मुख्य लाभ इस प्रकार है-

  • दसवीं कक्षा के बाद कॉमर्स लेने के बाद आप सीए एमबीए तथा एचआर जैसे कई करियर के विकल्पों में जा सकते हैं।
  • कॉमर्स स्ट्रीम चुनकर आप मनी मैनेजमेंट के बारे में अधिक जानेंगे इसलिए आप मनी मैनेजमेंट में अच्छे होंगे।
  • आपको निवेश के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी।
  • मल्टीपल निवेश तथा निवेश में विविधता कैसे लाएं यह आपको सिखाया जाता है।
  • यदि आप गणित विषय में अच्छे है तो आप कॉमर्स स्ट्रीम को चुन सकते है।
  • साइंस स्ट्रीम के मुकाबले कॉमर्स स्ट्रीम सस्ती होती है तथा आपको किसी भी प्रकार की महंगी कोचिंग में लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
  • कॉमर्स लेने के बाद आप कई हाई सैलरी के पदों पर कार्य कर सकते है।

कॉमर्स लेने के क्या नुकसान-

आप गणित में अच्छे होने चाहिए वरना आपको आगे चलकर समस्या आती है।समाज में साइंस स्ट्रीम को ही अच्छा समझा जाता है इसलिए हो सकता है की आपके ऊपर तनाव बने।कॉमर्स लेने के बाद आप ,इंजीनियरिंग ,मेडिकल कम्यूटर्स व के सेक्टर में नहीं जा सकते है।लेकिन कॉमर्स लेने के कॉमर्स का कार्य फायदे अधिक है।

आपने इस लेख में कॉमर्स लेने के फायदे देखे और नुकसान भी। आप वही चुने जिसमे आपका मन लगता हो फिर कोई कुछ भी लेने को को न बोले। अगर आप अपना करियर कॉमर्स में बनाना चाहते है लेकिन आपके माता पिता साइंस लेने के लिए बोल रहे है तब आप उन्हें समझाए।

कॉमर्स का कार्य

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के सभागार में कॉमर्स एंड मैनेजमेंट फैकल्टी द्वारा एक दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें डीटीयू दिल्ली से प्रो.एस एस. खनका, एमडीयू रोहतक से प्रो.सोनिया मलिक,एफ एम एस.वीबीएस.यूनिवर्सिटी प्रो.अजय द्विवेदी ने मुख्य वक्ता के तौर पर शिरकत की।

प्रो.खनका विद्यार्थियों को अंदर एक नव उमंग भरतेहुएसम्बोधितकिया।उन्होंने कहा कि हमारा सपना एक कल्पना है।उसको पूरा करना हमारी जिम्मेदारी होनी चाहिए और हमें सकारात्मकता के साथ हर पल लगे रहने की जरूरत है।सपने वो नहीं होते जो हम नींद में देखते हैं,बल्कि वो को हमें नींद न आने दें।जिन्दगी में कामयाब होने के लिए एक दोस्त बनाओ।हर आदमी हर कार्य नहीं कर सकता।लेकिन आपको जरूरत है अपने हुनर को पहचानने की।हमारा लक्ष्य स्मार्ट होना चाहिए,जिसे आसान तरीके से पाया जा सके।उन्होंने कहा कि हमारे अंदर फिजिकल क्षमता की बजाय आत्मिक क्षमता होने की जरूरत है।जब हमारा मन मस्तिष्क किसी कार्य को शिद्दत से करना चाहता है, तो कोई उसे रोक नहीं सकता।उन्होंने एक वीडियो के जरिए विद्यार्थियों में उत्साह भरा और समझाया कि जिन्दगी एक खुद से लड़ा गया युद्ध है,आपको बड़ा बनना पड़ेगा। उन्होंने बड़े जोशीले और प्रेरणादाई विचारों के साथ छात्र छात्राओं को आगे बढ़ने का प्रोत्साहन दिया।हरिवंश राय बच्चन जी की पंक्तियां दोहराते हुए उन्होंने कहा कि लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।मुश्किल परिस्थिति से पार पाने के लिए हमें एक क़दमआगेरखनेहोगा।इसीबीच उन्होंने चर्चा साहब का एक वाकया भी याद किया।उन्होंने कहा की परिश्रम कभी बेकार नहीं जाता।इस दौरान उन्होंने एक विद्यार्थी की कहानी भी बताई जिसने यूट्यूब से सीखकर 3 ऐप्स को बनाया था।उनकेअभिभाषण ने विद्यार्थियों में खूब जोशभराऔरप्रेरणादाईरहा।

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