चरण मैनुअल

ट्रेडिंग शैली

ट्रेडिंग शैली

Scalping Trading Meaning in Hindi | स्कैल्पिंग ट्रेडिंग

नमस्कार डियर पाठक आज के इस लेख में हम जानेंगे कि स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है। (Scalping Trading Meaning in Hindi) स्टॉक मार्केट में लोग कुछ ही मिनटों के भीतर लाखों रुपए कमा लेते हैं वह भी बिना किसी लॉस के, वह इसलिए क्योंकि वह लोग स्टॉक एक्सचेंज के शेयर पर Scalping Trading करते हैं। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कम टाइम में पैसा कमाने का एक अनूठा ट्रेडिंग सिस्टम है।

तो चलिए आगे बढ़ते हैं जानते हैं कि Scalping Trading क्या होती है इसका क्या मतलब होता है। ताकि हम स्कैल्पिंग ट्रेडिंग को अच्छी तरह से समझ पाए।

Scalping Meaning in Hindi, स्कैल्पिंग ट्रेडिंग का मतलब क्या है?

Scalping Meaning in Hindi – Scalping Trading का हिंदी में शाब्दिक अर्थ – ‘कालाबाजारी व्यापार’ होता है। हालांकि इसे सरल भाषा में समझे तो स्कैल्पिंग ट्रेडिंग का मतलब होता है नियमों से हटकर ट्रेडिंग करना इसे ही Scalping Trading कहते हैं।

स्कैल्पर्स कौन हैं?

डियर पाठक अब आपके दिमाग में आ रहा होगा कि आखिर यह स्कैलपर्स कौन है और यह ट्रेडिंग से कैसे कमाई करते हैं। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग एक व्यापारिक शैली है जो प्रॉफिट को बढ़ाने के लिए स्मॉल प्राइस में परिवर्तन से कमाने में नियोजित है। आपको बता दें कि स्कैल्पर अक्सर एक छोटी सी अवधि में ट्रेडिंग करते हैं, हालांकि एक स्कैल्प ट्रेडर के पास सख्त एक्जिट पॉलिसी होना बेहद जरूरी है।

क्योंकि एक बड़ा लॉस सभी प्रॉफिट्स को खत्म कर सकता है जो निवेशक ने अन्य ट्रेड में बनाया है, इसलिए एक स्कैल्प ट्रेडिंग को अनुशासन, निर्णायकता, सहनशक्ति, स्वच्छ माइंडसेट की आवश्यकता होती है। अगर किसी के अंदर क्वालिटी है तो आप एक सक्सेसफुल स्कैलपर बन सकते हैं। हां लेकिन आपको ट्रेडिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है और रिसर्च करना बहुत जरूरी है।

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या होती है, Scalping Trading Kya hai

जब कोई निवेशक स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करता है तो वह एक ही दिन के भीतर मार्केट के खुलने और बंद होने के मध्य शेयर को खरीदता और बेचता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह नियम है की इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेशक कम दाम में शेयर खरीदता है और अधिक दामों में बेचकर प्रॉफिट कमाता है।

लेकिन इसके लिए उसे अपनी पोजीशन को काफी देर तक होल्ड करके रखनी पड़ती है और कभी कभी यह काम जल्दी भी हो जाता है। लेकिन निवेशक को को कम दाम पर शेयर खरीदने के लिए इंतजार करना पड़ता है। लेकिन स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में ऐसा नहीं है।

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग क्या है? –स्कैल्पिंग ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा उछाल वाले स्टॉक्स को चुना जाता है, इसके बाद पूरी मार्जिन मनी के साथ स्टॉक्स को खरीद लिया जाता है, और फिर जैसे ही उस स्टॉक्स की थोड़ी सी कीमत बढ़ जाती हैं तो उसे सेल कर दिया जाता है। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग आमतौर पर 1 मिनट से 25 मिनट के अंदर अंदर होती है।

Scalping Trading Kaise Kare

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले निवेशकों को एक Strategy बनानी होती है ताकि निवेशक उसी स्ट्रेटेजी के अनुसार ट्रेडिंग फील्ड में कार्य कर सकें। स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कैसे करते हैं इससे हम एक उदाहरण के माध्यम से समझेंगे –

मान लीजिए किसी निवेशक ने एक स्कैल्प शेयर चुना और उस शेयर की कीमत में बहुत ज्यादा उछाल आता है। कहने का मतलब हर 15:20 मिनट में 25 पैसे से लेकर ₹1.50 तक वोलैटिलिटी होती है। अब निवेशको को सबसे पहले अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जाकर उस कंपनी के शेयर को खरीदना है।

अब जैसा की आप सबको पता है कि निवेशक स्कैल्पिंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तो उन्हें जितना पैसा है उसके शेयर खरीदना है। यहां पर आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट का लगभग 90% मार्जिन उपयोग में ले सकते हैं, यहां पर आपको 5 गुना मार्जिन मिलता है अब निवेशक ने मान लेते हैं ₹110 प्रति शेयर के हिसाब से शेयर खरीद लिए।

तो अब तुरंत सबसे पहले स्टॉपलॉस लगाना है स्टॉप लॉस आप ₹109.50 प्रति शेयर के हिसाब से लगा दे। stop-loss की ज्यादा जानकारी के लिए आप यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं स्टॉपलॉस क्या होता है और कैसे लगाएं।

अब निवेशकों को अपना टारगेट लगाना है ट्रिगर प्राइस 110.50‌ रुपये/पैसे प्रति शेयर अब जैसे ही स्टॉक की कीमत टारगेट हिट करती हैं तो निवेशकों के स्टॉक्स ऑटोमेटिक सेल हो जाएंगे और उनका प्रॉफिट उनके अकाउंट में चला जाएगा।

Scalping Trading के मुख्य बिंदु

स्कैल्पिंग ट्रेडिंग के कुछ टिप्स है जिनका आपको पालन करना है।

  1. कभी भी पूरी मार्जिन मनी का इस्तेमाल नहीं करें।
  2. हमेशा रिसर्च करके की ट्रेड ले अनुमान के हिसाब से ना चले।
  3. हमेशा स्टॉप लॉस लेकर चलें ताकि आपको बड़ा जोखिम ना उठाना पड़े।
  4. बिल्कुल लालच ना करें जितना आप का टारगेट है बस वही रखें।
  5. मार्केट से फाइट नहीं करें और बार-बार ट्रेड नहीं ले।
  6. एक ही कंपनी के शेयर बार-बार ट्रेड ना करें।

निष्कर्ष : Scalping Trading Meaning in Hindi

डियर पाठक आप चाहे ट्रेडिंग के किसी भी है सेगमेंट या सेक्टर में निवेश करें उसके लिए जरूरी है अनुशासन में रहना क्योंकि अगर आप मार्केट से बार-बार बहस करेंगे तो मार्केट आपको निपटा देगा। इसलिए जो गलती हुई है उसे दोबारा ना दोहराए और अपनी गलती को स्वीकार करें।

Scalping Trading में आपको बहुत जल्दी एक्शन लेना पड़ता है इसलिए अगर आप शुरुआती ट्रेडर हैं तो आप फिलहाल इसे अवॉइड करें, क्योंकि यह एडवांस लेवल का कार्य है। जब आप सीख जाएंगे तो आराम से करेंगे इसे।

आशा करते हैं आज का लेख Scalping Trading Meaning in Hindi आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और आपको, Scalping Trading ट्रेडिंग के बारे में भी जानकारी मिल गई होगी।

What is Chart in Stock Market?

विभिन्न समय सीमा पर चार्टिंग (Charting on different time frames)

तकनीकी व्यापारी मूल्य चार्ट (Chart Pattern) का विश्लेषण करते हैं ताकि मूल्य आंदोलन की भविष्यवाणी करने का प्रयास किया जा सके। तकनीकी विश्लेषण के लिए दो प्राथमिक चर माना जाता है समय सीमा और विशेष तकनीकी संकेतक जो एक व्यापारी उपयोग करना चुनता है।

चार्ट (Chart Pattern) पर दिखाए गए तकनीकी विश्लेषण समय सीमा एक मिनट से लेकर मासिक, या यहां तक कि वार्षिक, समय अवधि तक होती है। तकनीकी विश्लेषक जिन लोकप्रिय समय-सीमाओं की अक्सर जांच करते हैं उनमें निचे दिए हुवे प्रकार शामिल हैं:

5 मिनट का चार्ट (5 Min Chart)
15 मिनट का चार्ट (15 Min Chart)
प्रति घंटा चार्ट (1 hour Chart)
4 घंटे का चार्ट (4 hour Chart)
दैनिक चार्ट (1 Day Chart)

एक ट्रेडर द्वारा अध्ययन के लिए चुनी गई समय सीमा आमतौर पर उस व्यक्तिगत ट्रेडर की व्यक्तिगत ट्रेडिंग शैली द्वारा निर्धारित की जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर्स जो एक ट्रेडिंग दिन के भीतर ट्रेडिंग पोजीशन खोलते और बंद करते हैं, वे 5 मिनट या 15 मिनट के चार्ट जैसे कम समय सीमा चार्ट पर मूल्य आंदोलन का विश्लेषण करने के पक्ष में हैं। लंबी अवधि के व्यापारी जो ट्रेडिंग शैली रात भर और लंबी अवधि के लिए बाजार की स्थिति रखते हैं, वे प्रति घंटा, 4 घंटे, दैनिक या यहां तक कि साप्ताहिक चार्ट का उपयोग करके बाजारों का विश्लेषण करने के लिए अधिक इच्छुक हैं।

15-मिनट की समयावधि के भीतर होने वाली कीमत में उतार-चढ़ाव एक इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए ट्रेडिंग शैली बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, जो एक ट्रेडिंग दिन के दौरान होने वाले मूल्य में उतार-चढ़ाव से लाभ प्राप्त करने के अवसर की तलाश में है। हालांकि, दैनिक या साप्ताहिक चार्ट पर देखा जाने वाला समान मूल्य आंदोलन दीर्घकालिक व्यापारिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण या सांकेतिक नहीं हो सकता है।

कंडेलिस्टिक चार्ट (Candlestick Chart Pattern)

कैंडलस्टिक चार्टिंग पर कीमतों में उतार-चढ़ाव दिखाने का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। एक कैंडलस्टिक किसी भी समय सीमा के लिए एक ही समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई से बनता है।

एक घंटे के चार्ट (Chart Pattern) पर प्रत्येक कैंडलस्टिक एक घंटे के लिए मूल्य कार्रवाई दिखाता है, जबकि 4-घंटे चार्ट पर प्रत्येक कैंडलस्टिक प्रत्येक 4-घंटे की समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई दिखाता है।

कैंडलस्टिक्स निम्नानुसार “खींचा” / गठित किया जाता है: एक कैंडलस्टिक का उच्चतम बिंदु उस समय अवधि के दौरान उच्चतम मूल्य की सुरक्षा को दर्शाता है, और कैंडलस्टिक का निम्नतम बिंदु उस समय के दौरान सबसे कम कीमत को इंगित करता है। एक कैंडलस्टिक का “बॉडी” (संबंधित लाल या नीला “ब्लॉक”, या प्रत्येक कैंडलस्टिक का मोटा हिस्सा, जैसा कि ऊपर दिए गए चार्ट में दिखाया गया है) समय अवधि के लिए खुलने और बंद होने की कीमतों को इंगित करता है।

यदि एक नीली कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो यह इंगित करता है कि क्लोजिंग प्राइस (कैंडलस्टिक बॉडी के ऊपर) शुरुआती कीमत (कैंडलस्टिक बॉडी के नीचे) से अधिक थी; इसके विपरीत, यदि एक लाल कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो शुरुआती कीमत क्लोजिंग प्राइस से अधिक थी।

कैंडलस्टिक रंग मनमाना विकल्प हैं। कुछ व्यापारी सफेद और काले कैंडलस्टिक बॉडी का उपयोग करते हैं (यह डिफ़ॉल्ट रंग प्रारूप है, और इसलिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला); अन्य व्यापारी हरे और लाल, या नीले और पीले रंग का उपयोग करना चुन सकते हैं।

जो भी रंग चुने जाते हैं, वे एक नज़र में यह निर्धारित करने का एक आसान तरीका प्रदान करते हैं कि कीमत किसी निश्चित समय अवधि के अंत में अधिक या कम बंद हुई है या नहीं। एक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करते हुए तकनीकी विश्लेषण मानक बार चार्ट का उपयोग करने की तुलना में अक्सर आसान होता है, क्योंकि विश्लेषक को अधिक दृश्य संकेत और पैटर्न प्राप्त होते हैं।

IQ Option

IQ Option दुनिया के अग्रणी ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में से एक है। टॉप-नॉच इंस्ट्रूमेंट्स और एनालिसिस टूल्स का उपयोग करते हुए, विभिन्न प्रकार के इंस्ट्रूमेंट्स को ट्रेड करने का मौका। आज ही शामिल हों और सहज और सुखद अनुभव प्राप्त करें।

प्रिय उपयोगकर्ता,
IQ Option वर्तमान में आपके देश में उपलब्ध नहीं है। यदि आपको लगता है कि आप गलती से इस संदेश ट्रेडिंग शैली को देख रहे हैं,तो कृपया[email protected] पर संपर्क करें

आपका स्वागत है! आप पहले ही लॉग इन हैं, इसलिए ट्रेडरूम दर्ज करने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें:

नि: शुल्क और फिर से भरे जाने योग्य $10,000 का डेमो खाता जो वास्तविक के रूप में काम करता है, जिसमें एकमात्र अंतर वर्चुअल राशि है।

IQ Option पर निवेश के अवसर कई हैं। एक इंस्ट्रूमेंट चुनें जो आपकी व्यक्तिगत ट्रेडिंग शैली के अनुरूप हो।

साथी ट्रेडरों के साथ अपने हाल के परिणामों को साझा करें और उनसे सलाह लें। IQ Option के साथ, आप एक समुदाय से जुड़ते हैं।

ट्रेड से संबंधित महत्वपूर्ण घटनाओं से अवगत रहें। सभी ब्रेकिंग न्यूज और घोषणाओं को एक ही स्थान पर पढ़ें।

CFD एक जटिल इंस्ट्रूमेंट हैं और इसमें लीवरेज के कारण तेजी से पैसा खोने का एक उच्च जोखिम होता है। CFD ट्रेड करते समय 83% खुदरा निवेशक खाते अपना पैसा खो देते हैं। आपको इस पर विचार करना चाहिए कि क्या आप समझते हैं कि CFD कैसे काम करते हैं और क्या आप अपना पैसा खोने का उच्च जोखिम उठा सकते हैं।

CFD एक जटिल इंस्ट्रूमेंट हैं और इसमें लीवरेज के कारण तेजी से पैसा खोने का एक उच्च जोखिम होता है। CFD ट्रेड करते समय 83% खुदरा निवेशक खाते अपना पैसा खो देते हैं। आपको इस पर विचार करना चाहिए कि क्या आप समझते हैं कि CFD कैसे काम करते हैं और क्या आप अपना पैसा खोने का उच्च जोखिम उठा सकते हैं।

क्‍या आप ट्रेडिंग और निवेश के बीच अंतर जानते हैं

ट्रेडिंग और निवेश

ट्रेंडिंग और निवेश दो अलग-अलग शब्द है, जिनका उपयोग अक्सर एक दूसरे के स्थान पर किया जाता है, परंतु इन दोनों शब्दों का अर्थ अलग-अलग होता है, तो आज हम आपको इन दोनों शब्दों के बीच का अंतर बताएंगे साथ ही इन दोनों से क्या फायदे होते हैं, और क्या नुकसान होते हैं, इसके बारे में भी विस्तार से बताएंगे:-

ट्रेडिंग क्या है?

ट्रेडिंग में अल्पकालिक या मध्यम अवधि के लाभ कमाने के लिए शेयर स्टॉक और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदना और बेचना आदि शामिल होता है. ट्रेडिंग उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त होती है, जो सक्रिय रूप से अपना पोर्टफोलियो मैनेज कर सकते हैं, और जिन्हें मार्केटिंग का थोड़ा अनुभव होता है.

निवेश क्या है?

निवेश लंबे क्षितिज पर शेयर्स और अन्य सिक्‍योरिटीज़ को खरीदने और बेचने पर आधारित होता है. यह उन लोगों के लिए आदर्श होता है, जिनके पास कोई काम नहीं होता और ज्यादा खाली समय रहता है. साथ ही वह बिना किसी प्रकार के जोखिम के अपने फंड को निष्क्रिय रूप से प्रबंधित करना पसंद करते हो.

ट्रेडिंग और निवेश के बीच अंतर

समय अवधि

ट्रेडिंग और निवेश के बीच मुख्य अंतर समय अवधि का होता है. ट्रेडिंग में निवेश की तुलना में समय अवधि कम होती है. साथ ही हम आपको बता दें कि ट्रेडिंग कई प्रकार की होती हैं, और अधिक से अधिक दो-तीन सप्ताह के लिए अपनी स्थित को खुला रखती हैं.

जबकि निवेश में ऐसा कुछ नहीं होता निवेश उन लोगों द्वारा किया जाता है, जो अपनी सिक्‍योरिटीज़ को अधिक वर्षो तक करना चाहते है.

जोखिम का स्‍तर

जोखिम का स्तर एक ऐसा अंतर है, जो ट्रेडिंग और निवेश में पैसे के प्रबंधन की शैली को निर्धारित करने में आपकी सहायता कर सकता है, ट्रेडिंग में उच्च जोखिम सम्मिलित होता है क्योंकि यह अल्पकालिक होता है, और अल्पकालिक के लिए बाजार में गिरावट आपकी पूंजी को डूबा सकती है.

और अगर हम बात करें निवेश की तो निवेश कम जोखिम भरा हुआ होता है, और इसके अतिरिक्त अल्पकालिक प्रवृत्ति परिवर्तन शायद ही आपके दीर्घकालिक निवेश को प्रभावित करते हैं.

रिटर्न

ट्रेडिंग में तुरंत रिटर्न सम्मिलित होता है, जैसे ही आप स्थित में अंदर और बाहर होते हैं, ठीक उसी प्रकार आप मार्केट में अधिक महत्‍वपूर्ण उतार-चढ़ाव से दूर हो जाते हैं, और अगर हम बात करें, निवेश की तो निवेश बेहतर रिटर्न दे सकता है क्योंकि आप लंबी अवधि के लिए निवेशित रहते हैं, और बाजार में उतार-चढ़ाव से अधिक लाभ प्राप्त करते हैं.

शामिल विश्‍लेषण

ट्रेडिंग और निवेश में शामिल विश्लेषण एक मुख्य अंतर होता है, ट्रेडर्स अक्सर तकनीकी विश्लेषण और संकेतकों पर आधारित होते हैं, जबकि निवेशक निर्णय लेने के लिए मूलभूत विश्लेषण का उपयोग करते हैं.

टेक्निकल ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न और विभिन्न मार्केट एनालिसिस टूल का लाभ उठाते हैं, जो उन्हें तुरंत मार्केट की गतिविधियों को कैप्‍चर करने और सिक्‍योरिटीज़ को खरीदने और बेचने में सहायता करते हैं, निवेशक स्टॉक को खरीदने और बेचने का निर्णय लेने के लिए कम्पनी के बुनियादी प्रदर्शन बैलेंस शीट्स, एसेट्स और अन्य बुनियादी बातों का उपयोग करते हैं.

ट्रेडिंग के फायदे

ट्रेडिंग के अंदर कम समय अंतराल सम्मिलित होता है.

ट्रेडिंग अल्पकालिक में अच्छे रिटर्न पाने की क्षमता प्रदान करता है.

ट्रेडिंग कम पूंजी के साथ कई ट्रेड करने में मदद करता है.

ट्रेडिंग के नुकसान

ट्रेडिंग उच्च जोखिम भरा हुआ होता है.

ट्रेडिंग में आप मार्केट के बड़े उतार-चढ़ाव को कैप्‍चर नहीं कर सकते हैं.

ट्रेडिंग में आपको अच्छा रिटर्न पाने के लिए कौशल और गहन अभ्यास करने की आवश्यकता होती है.

निवेश के फायदे

निवेश के अंतर्गत आपको धैर्य के साथ पीढ़ीगत धन बनाने में सहायता करता है.

निवेश बाजार के बड़े उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है.

निवेश के अंतर्गत आपको अत्यधिक गहन अभ्यास, और अधिक कौशल की आवश्यकता नहीं होती है .

निवेश के नुकसान

निवेश के अंतर्गत अच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश करने की आवश्यकता होती है.

निवेश के अंतर्गत पैसे को बढ़ाने के लिए आपको अत्यधिक धैर्य रखने की आवश्यकता होती है.

निवेश में छोटे पूंजी के साथ रिटर्न शायद अच्छा नहीं हो सकता है, परंतु निष्क्रिय आय पाने के लिए आपको काफी मात्रा में धन निवेश करने की आवश्यकता होती है.

रेटिंग: 4.49
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 788
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *