शेयर बाज़ार

स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है

स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है
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स्विंग ट्रेडिंग विचारों का पता लगाएं और इन्वेस्टर बिजनेस डेली से SwingTrader एपीपी के साथ सटीक प्रवेश और निकास अंक मिलता है। SwingTrader एक स्विंग-व्यापारिक वातावरण में आईबीडी है सकते हैं स्लिम निवेश प्रणाली का नियम लागू होता है आप छोटी अवधि के रुझान का लाभ लेने में मदद करने के लिए। आईबीडी विशेषज्ञों मौलिक और तकनीकी विश्लेषण का उपयोग अल्पकालिक चाल बनाने के लिए तैयार कंपनियों के शेयरों की पहचान। SwingTrader app आप किसी भी समय स्विंग व्यापार विचारों का लाभ ले सकते हैं इतनी का उपयोग करने के लिए सरल है।

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- लाइव उद्धरण
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SwingTrader डाउनलोड करने के लिए स्वतंत्र है। सभी सदस्य अपने मौजूदा सदस्यता के हिस्से के रूप में इस app करने के लिए पूर्ण पहुँच जाते हैं।

डेटा की सुरक्षा

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Swing Trading क्या है ? और कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग यहाँ जाने पूरी जानकारी

Swing Trading शेयर बाजार मे मुनाफा कमाने का एक और बढ़िया विकल्प है। लेकिन स्विंग ट्रेडिंग को बुनियादी तौर पर समझे बिना इसका प्रयोग करने से आपको कभी लाभ नहीं मिल सकता। अगर आप शेयर बाजार मे नए है और निवेश की शुरवात कर रहे है तो आपको इसे अपनाने के पहले ठीक से जानना जरुरी है।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?(What Is Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग को आप इंट्राडे ट्रेडिंग भी नहीं कह सकते और डिलीवरी ट्रेडिंग भी नहीं कहा जा सकता।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे ख़रीदे हुए शेयर 1 दिन से ज्यादा और उसके बाद 2 से 3 दिन या फिर 1 सप्ताह कर होल्ड किये जाते है।
  • इंट्राडे मे होल्ड की गयी शेयर पोजीशन उसी दिन सेल की जाती है और डिलीवरी ट्रेडिंग शेयर खरीदने के बाद उन्हें लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के जरिये छोटे समय मे मुनाफा कामबे का उद्देश्य होता है।
  • ऐसे समय शेयर के छोटे से कीमत के बदलाव पर मुनाफा कमाया जाता है।
  • स्वाँग ट्रेडिंग मे लाभ कमाने के लिए रणनीति के आधार पर ट्रेड किया जाता है।
  • इसे आप डिलीवरी ट्रेडिंग का एक उप प्रकार भी कह सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करने वाले निवेशक शेयर की कीमतों का अंदाज़ा लगाने के लिए तकनिकी विश्लेषण करते है
  • इसी समय निवेशक उस शेयर के बारे मे बारीकी से अभ्यास करते है जैसे की कंपनी का प्रोडक्ट और छोटे समय मे कंपनी मे होने वाले बदलाव जो शेयर पर असर डालते है।
  • बिना विश्लेषण किये स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा है विश्लेषण के जरिये स्टॉप लॉस लगाकर जोखिम को कम किया जा सकता है।

कैसे करे स्विंग ट्रेडिंग :(How To Start Swing Trading)

  • सबसे पहले ट्रेडिंग या निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट और ट्रेडिंग खाता होना चाहिए जिसे आप किसी भी ब्रोकर के जरिये खोल सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग करना काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले सही शेयर को चुनना चाहिए। (जिसेक लिए स्विंग ट्रेडिंग के रणनीतियों को इस्तेमाल कर सकते है )
  • स्विंग ट्रेडिंग करते समय जब शेयर बाजार मे उतार चढाव होता है ऐसे समय ट्रेड करना चाहिए।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे कम समय मे कीमत बढ़ने पर लाभ होता है इसलिए ज्यादा लिक्विडिटी वाले शेयर चुनने चाहिए।
  • शेयर को चुनने के बाद उस शेयर का तकनिकी और कंपनी का अंतर्गत विश्लेषण काफी ज्यादा मायने रखता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग के लिए सही शेयर चुना है या नहीं ये जानने के लिए आप स्विंग ट्रेडिंग के लोकप्रिय राणिनीतिया अपना सकते है जो की तकनिकी संकेतो के जरिये शेयर के कीमत के बारे मे अंदाज़ा लगाने मे मदत करते है।
  • आप चार्टिंग के जरिये विश्लेषण के लिए इंट्राडे टूल्स का इस्तेमाल कर सकते है इसी समय सामन्य चार्टिंग से भी 1 सप्ताह के संकेतो का विश्लेषण किया जा सकता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग शेयर निवेश करने के बाद आपको आपके विश्लेषण के अनुसार स्टॉप लॉस रखना चाहिए इससे रिस्क कम होती है।
  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश समय आपके होल्डिंग पोजीशन को हर समय नजर रखनी चाहिए और हर बदलाव का असर समझाना चाहिए।
  • आखिर मे आपके स्विंग ट्रेड रणनीति के अनुसार मुनाफा आने पर होल्डिंग बेचनी चाहिए।
  • स्टॉप लॉस हिट होने के बाद होल्डिंग स्क्वायर ऑफ कर लेनी चाहिए।

कब करनी चाहिए स्विंग ट्रेडिंग :(When Is Best Time To Do Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग निवेश के लिए कोई तय समय नहीं है ये आपके ऊपर निर्भर करता है की आपने शेयर को कितनी अच्छी तरह से जांचा है।
  • जब आप शेयर का तकनिकी विश्लेषण करते है तब आपको शेयर के ट्रेंड का पता लग जाता है।
  • इसका मतलब शेयर करेक्शन करते समय अपना ट्रेडन बदल देता है ऐसे समय स्विंग ट्रेडिंग अच्छा रिजल्ट दे सकती है और लॉस होने की जोखिम भी कम होती है।
  • इस ट्रेंड और करेक्शन को जानना स्विंग ट्रेडिंग मे काफी जरुरी होता है जिसके लिए अलग अलग प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है।
  • निवेशक अलग अलग संकेतो का इस्तेमाल करके स्विंग हाई लौ ,मूविंग एवरेज ,ओवरबॉट ओवरसोल्ड की जानकारी को देखकर निर्णय लेते है।

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ :(Benifits Of Swing Trading)

  • स्विंग ट्रेडिंग एक छोटे समय याने 1 हफ्ते से लेकर 1 महीने तक की जाती है इसमे छोटे समय मे आप ट्रेडिंग मुनाफा कमा सकते है।
  • शेयर के लम्बे समय तक का रिसर्च करने की जरुरत नहीं पड़ती है क्यों की आपको इसमे सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही निवेश करना होता है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे जोखिम है लेकिन इंट्राडे के मामले मे यह जोखिम काफी कम है।
  • अच्छी शेयर मे स्विंग ट्रेडिंग करने पर ज्यादा लॉस होने की संभावना कम होती है क्यों की इसे आप रणनीति बदलकर होल्ड भी कर सकते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग मे आपको 1 से 2 दिन मे अच्छा मुनाफा भी मिल जाता है जो की इंट्राडे ट्रेडिंग आपको नहीं देती है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए लोकप्रिय रणनीति :(Best Strategies For Swing Trading)

स्विंग ट्रेडिंग के लिए रणनीति बनाकर कम समय मे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.रणनीति मे मुनाफा कमाने की कीमत तय की जाती है इसी समय स्टॉप लॉस पर भी ध्यान दिया जाता है जिससे जोखिम नियंत्रित होती है।

स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करे? Swing Trading in Hindi

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आज बहुत सारे लोग शेयर मार्केट कि ओर आकर्षित हो रहे है। एक नए ट्रेडर को हमेशा से ही इंट्राडे और स्विंग ट्रेडिंग को लेकर काफी डाउट रहते है। पिछले पोस्ट में हमने इंट्राडे क्या है, इस विषय पर चर्चा किया था। आज इस आर्टिकल में हम स्विंग ट्राडिंग के ऊपर बात करेंगे। आज इस पोस्ट स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है में हम जानेंगे स्विंग ट्रेडिंग क्या है, स्विंग ट्रेडिंग कैसे करते है ओर भी स्विंग ट्रेडिंग से जुड़ी बातें।

    [संपूर्ण जानकारी]

स्विंग ट्रेडिंग क्या है? Swing Trading in Hindi

लोग इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग को एक ही समझ लेता है। लेकिन दोनों काफी भिन्न है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप स्टॉक को intraday में खरीदते है और एक दिन अंदर ही उसे सेल करना होता है।

लेकिन स्विंग में आप स्टॉक को कुछ समय के होल्ड कर पाते है। अगर आप किसी स्टॉक को खरीदकर एक दिन से ज्यादा समय तक होल्ड करते हो तो उसे स्विंग ट्राडिंग कहा जाता है।

अगर आप किसी भी स्टॉक को एक दिन या उससे ज्यादा समय या कुछ हप्ते तक होल्ड करते हो तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहाँ जाएगा।

Swing ट्रेडिंग का अर्थ

सिम्पली अगर हम स्विंग के अर्थ गूगल में सर्च करते है तो इसका अर्थ आता है झोला।

स्विंग ट्राडिंग का अर्थ शेयर मार्किट में स्टॉक के पोजीशन को दर्शाते हैं।

अगर किसी भी स्टॉक खरीदकर एक से ज्यादा दिन portfolio में रखा जाए तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जायेगा।

स्विंग ट्रेडिंग कितने दिनों के लिए किया जाता है?

स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को कुछ समय के लिए होल्ड किया जाता है। इसमे आप शेयर को एक दिन या उससे ज्यादा समय तक भी होल्ड कर सकते हो। स्विंग ट्रेडिंग में शेयर के होल्डिंग कोई हप्ते तक भी कर सकते हो। और उसी बीच कुछ प्रतिशत प्रॉफिट बुक करके आप square off भी कर सकते हो

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक को कैसे चुने?

दरअशल स्विंग ट्रेडिंग में ज्यादातर लोग स्टॉक सिलेक्शन टेक्निकल एनालिसिस से ही करते है। इसमें fundamental analysis के ज्यादा रोल नही होते। क्योंकि इसमें आपको थोड़े प्रॉफिट ही बूक करना होता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक के चुनाव हमेशा nifty 50 या bank nifty से करे। ऐसे स्टॉक के ओर जाए जिसमे ज्यादा मूवमेंट हो। चार्ट को हमेशा सिंपल रखे और ज्यादा indicator से दूर रहे।

हमेशा मार्किट ट्रेंड को फॉलो करें और sideway market से दूर रहे।

स्विंग ट्रेडिंग के कैसे करें?

स्विंग ट्रेडिंग एक तरह का पोसिशनल ट्रेडिंग ही होते है। इसमे स्टॉक को शर्ट टाइम के लिए होल्ड किया जाता है।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक buy आपको डिलीवरी में करना पड़ेगा। इसके लिए आपको पहले किसी भी एक ब्रॉकर के साथ जॉइन होकर डेमेंट अकाउंट क्रिएट करना पड़ेगा। डेमेंट एकाउंट क्रिएट होने के बाद आप वहाँ जाकर स्टॉक आर्डर लगा सकते हो।

इन स्टॉक को आपको delivery पर buy करना पड़ेगा और एक दिन जाने के बाद स्टॉक पोजीशन से हटकर protfolio में चला जायेगा। जिसे आप किसी भी समय exit यानी सेल कर सकते हो।

स्विंग ट्रेडिंग के लाभ

  • यह इंट्राडे ट्रेडिंग के तुलना में कम रिस्क है, क्योंकि इसमें आपको काफी समय मिल जाते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को एक दिन या कोई हप्तों तक रख सकते हो। यानी कि आपको सारे दिन चाट निकलकर बैठे रहने के जरूरत नही पड़ते।
  • स्विंग ट्रेडिंग को पार्ट टाइम कर सकते है। इसे बिज़नेस या जॉब करें लोग भी कर पाते है।
  • स्विंग ट्रेडिंग में छोटे – छोटे रिटर्न्स वार्षिक में एक अच्छा रिटर्न्स बन जाता है।
  • स्विंग ट्राडिंग के लिए ज्यादा फंडामेंटल एनालिसिस की जरूरत नही होते। आपको अगर टेक्निकल एनालिसिस आता है तो तब भी आप इससे पैसा बना सकते हो।
  • स्विंग ट्रेडिंग इंट्राडे के तुलना में कम noisy होते है।

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान

  • अख्शर देखा जाता है कि मार्किट बहुत ज्यादा gap down ओपन होते है। जिससे ट्रेडर को लोस होने के चांस रहते है।
  • इंट्राडे के हिसाब से इसमे बहुत कम रिटर्न्स मिलते है।
  • इंट्राडे के तरह स्विंग में किसी तरह मार्जिन नही मिलते। स्विंग ट्रेडिंग में overnight और वीकेंड रिस्क शामिल रहता है।

Conclusion

अगर एक नए बंदे शेयर मार्केट में निवेश के बारे सोच रहे हो तो उसके लिए स्विंग ट्रेडिंग बेस्ट रहते है। क्योंकि इसमें इंट्राडे के तुलना में कम रिस्क होते है।

तो दोस्तो मुझे उम्मीद है स्विंग ट्रेडिंग क्या है (Swing Trading In Hindi) यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। आर्टिकल पसंद आया है तो हमे कमेंट जरूर करे जिससे हमें अनुप्रेणा मिलते है।

Suraj Debnath

असम के निवासी सूरज देबनाथ इस ब्लॉग के संस्थापक है। इन्होने विज्ञान शाखा में स्नातक किया हुआ है। इन्हें शेयर मार्किट, टेक्नोलॉजी, ब्लोगिंग ,पैसे कमाए जैसे विषयों का काफी अनुभव है और इन विषयों पर आर्टिकल लिखते आये है। Join Him On Instagram- Click Here

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान

हैलो दोस्तो शेयर बाजार के बारे में तो आप सभी ने जरूर सुना होगा। कुछ लोग तो शेयर बाजार के बारे में अच्छी तरह जानते ही होंगे। लेकिन आपको शेयर बाजार बारे में बहुत अच्छा जानकारी होना आवश्यक है। नही तो आपको शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे मे नही पता चलेगा। तो चलिए आज हम जानते है, शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में।

शेयर बाजार के फायदे

1. कम समय में ज्यादा रिटर्न :- बांड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट्स जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट से तुलना की जाये तो शेयर बाजार निवेशकों को सही रूप से कम समय में अधिक रिटर्नदेता है। लेकिन आपको शेयर बाजार के नियमो को फॉलो करना पड़ेगा। और धैर्यवान होने से रिटर्न अच्छा मिलेगा।

2. कोई समय सीमा नहीं :- शेयर मार्किट एक सप्ताह के अन्दर 5 दिन और हर दिन 6 घंटे चलता है। और आप अपनी मर्जी के हिसाब से निवेश कर सकते है। बस आपके पास अच्छा इन्टरनेट होना चाहिए।

3. लाभ में हिस्सा :- कंपनी जितना ज्यादा लाभ कमाती है। उसके शेयर धारक को उसी हिसाब में रिटर्न के रूप में लाभांश देती है। इस तरीके से एक निवेशक को शेयर से मिलने वाला सबसे बड़ा लाभ कंपनी के स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है द्वारा लाभ में दिया जाने वाला हिस्सा है।

शेयर बाजार के नुकसान

1. शेयर बाजार ऊपर नीचे होना :- कभी शेयर बाजार ऊपर बढ़ता है, तो कभी अचानक नीचे गिरने लगता है। ऐसे में कितने दफा तो गिरावट की वजह से निवेशकों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ जाता है।

2. बिना सीखे निवेश करना :- शेयर बाजार में लोगो को नुकसान होने का पहला और सबसे बड़ा कारण है। जानकारी का अभाव कई बार लोग शेयर बाजार में निवेश से पहले शेयर बाजार के बारे में कुछ भी नहीं जानते, बिना ठीक से कुछ जाने निवेश कर देते है। और फिर उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है।

3. निवेश का समय :- शेयर बाजार अच्छा रिटर्न पाने के लिए निवेश के बारे में जानना तो जरूरी है ही साथ ही किस समय पर निवेश करना है उसकी जानकारी भी होनी चाहिए। नही तो नुकसान का खतरा बना रहता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) इंटरनेट के साथ साथ आनलाइन ट्रेडिंग की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और लाभ कमाना बहुत आसान हो गया है। आपको स्टॉक की भविष्यवाणी एक दिन के लिए करनी होती है जो आपको बेहतर गुणवत्ता प्रदान करती है।

( नुकसान ) लोग ऐसा मानते है कि इंट्राडे ट्रेड में खतरा अधिक होती है। जबकि खतरा सभी मे समन होती है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय न दे पाना इसे ज्यादे रिस्की बनाती है। यदि आप अपने शेयर के साथ समय बिताते हैं तो खतरा कम रहता है।

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) स्विंग ट्रेडर्स बहुत कम समय में मूल्य परिवर्तन से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के इस रूप में लगभग 5% से 10% तक का अच्छा रिटर्न मिलता है। दूसरी बात इसमें आपको पूरा दिन या लगातार अपने कंप्यूटर पर बैठने की आवश्यकता नहीं होती है।

( नुकसान ) स्विंग ट्रेडिंग मे यदि आप लोग अच्छे स्टॉक को नही चुन पाएंगे तो आपको लोस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बहुत जरूरी होता है। ताकी आप लोग ज्यादा दिन तक अच्छी तरह से शेयर मे निवेश कर सके।

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) वैसे तो शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप पुरी जानकारी के साथ शेयर में निवेश करेंगे और सही कंपनी स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को अच्छी तरह से देख पाएंगे।

( नुकसान ) शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को अगर आप किसीके कहने पर या विज्ञापन देखकर किसी शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होने वाला है। क्युकी आप जिस किसी भी शेयर को खरीदते है, तो उस कंपनी के बारे पूरी जानकारी नहीं जान पाते।

लॉंग टर्म ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

( फायदे ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर बाजार के बारे मे सभी जानकारी होनी चाहिए तब आप अच्छा लाभ उठा सकते हो।

( नुकसान ) लॉंग टर्म ट्रेडिंग मे अगर आप कोई अच्छा शेयर रिसर्च करके नही सिलेक्ट करेंगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लिए सही जानकारी के साथ ही लॉंग टर्म ट्रेडिंग में निवेश कीजिए गा।

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स

A. अपने निवेश का रिस्क मैनेजमेंट करे।
B. शेयर बाजार में अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
C. निवेश करने से पहले कंपनी को अच्छी तरीके से जान लें।
D. पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को जोखिम में ना डालें।
E. लोन लेकर या किसी से उधर लेकर कभी शेयर बाजार में निवेश ना करें।
F. निवेश करने से पहले शेयर बाजार को सीखने की कोशिश करें।
G. शेयर बाजार में पैसे भले ही कम लेकिन समय ज्यादा निवेश करें।
H. शेयर बाजार मे अधिक समय के लिए निवेश करें।

निष्कर्ष :-

शेयर बाजार के अंदर निवेशक, बजट और उससे जुड़ी खबरों का कंपनियों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है। कई बार कुछ शेयर लोगो की अपवाहो पर ही अपनी प्रतिक्रिया दे ते हैं। केवल पूर्वानुमानों पर शेयरों में निवेश करने पर खतरनाक साबित हो सकता है।

नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी

swing trading in hindi / शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग क्या होता है ?

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नमस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले हे की swing trading in hindi क्या होता हे। और किस तरह स्विंग ट्रेडिंग की जाती हे। और स्विंग ट्रेडिंग के क्या क्या फायदे हे।सात ही हम जानेंगे की स्विंग ट्रेडिंग में लोग क्या क्या गलतिया करते हे। और swing trading statergy इन सब के बारे में हम आज जानने वाले हे।

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जब आप कोई शेयर खरीदते हो। और दूसरे दिन या फिर थोड़े दिनों के बाद प्रॉफिट होने पर उसे बेच देता हो उसेही स्विंग ट्रेडिंग swing trading in hindi कहा जाता है। इसमें स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है interday trading जैसा नहीं होता की आज शेयर ख़रीदा तो आज ही बेचना पड़ेगा। ऐसा स्विंग ट्रेडिंग में नहीं होता। स्विंग ट्रेडिंग में आप आपको जब प्रॉफिट या फिर १५ दिन या १ महीने में आप इस शेयर को बेचेंगे तो स्विंग ट्रेडिंग कहलायेगा।

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स्विंग ट्रेडिंग से आप मियमित प्रॉफिट कमा सकते है। आपको १० साल या १५ साल रुकने की कोई जरुरत नहीं। स्विंग ट्रेडिंग से आप कम टाइम में बड़ा पैसा बना सकते है। आपके जो भी खर्चे हे महीने के ,वो आप स्विंग ट्रेडिंग करके कमा सकते हो। बस आपको आपकी थोडीसी सेविंग एक ऐसे शेयर में लगनी हे जो काम समय में आपको अच्छे रिटर्न्स दे सके।

लेकिन इसकेलिए आपको पहले स्विंह ट्रेडिंग सीखनी होगी। उसकी स्टेटर्जी सीखनी होगी। की कब शेयर को ख़रीदे और कब बेचे। ये अगर आप सिख गए तो स्विंग ट्रेडिंग में हर महीने आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है

स्विंग ट्रेडिंग में की जनि वाली गलतिया

ज्यादा टूल्स का इस्तेमाल करना

ज्यादा टूल्स का इस्तेमाल करना। मतलब ट्रडिंग के लिए कभी इंडिगेटर का इस्तेमाल करते है। तो कभी किसीके स्टेटर्जी का या फिर बाहत सरे इंडिगेटर एक साथ इस्तेमाल कर लेंगे।

गलत टाइम फ्रेम

– बहुतसे लोग स्विंग ट्रेडिंग के लिए ५ मिनिट १५ मिनिट या १ घंटे का टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग करेते है। स्विंग ट्रडिंग में हमेशा दिन या हप्ते या महीने का टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करना चाहिए।

न्यूज़ पे ट्रेडिंग करना –

अगर हमारे ख़रीदे हुए शेयर को लेके अगर कोई ख़राब न्यूज़ आ जाती है। तो उस शेयर को हम बेच देते है। बिना एनालिसिस किये बिना उसका अभ्यास किये सिर्फ न्यूज़ को देखकर हम उस शेयर को बेच देते हे। ये हमारी सबसे बड़ी गलती है।

स्टेटर्जी को फॉलो नहीं करना –

अगर स्टेटर्जी में stoploss लगाना हे। तो स्टॉपलॉस लगनाहि जाहिए। कयी लोग क्या करते हे ,जब शेयर की प्राइज निचे जनि लगाती हे ,तो स्टॉपलॉस निकल देते है। स्टॉपलॉस लगाने की भी एक स्टेटर्जी होती हे अगर आप स्टॉपलॉस निकल देंगे तो बड़ा नुकसान होना तय हे।

टिप पे शेयर खरीदना

किसी के दिए हुए टिप से शेयर को खरीदना। किसीने बताया इस शेयर को खरीदो बस खरीद लिया। ना उसका कुछ techinical analysis किया। नाही उसका सपोर्ट ,रेजिस्टेंस देखा बस टिप पे खरीद लिया। ये भी हमें बड़ा नुकसान दे सकता है।

अभ्यास नहीं करना –

किसी भी स्टेटर्जी को इस्तेमाल करने से पहले उसे जान लो। उसका बैकटेस्ट करो। पेपर ट्रेडिंग करो। उसका अभ्यास करो अगर रिजल्ट अच्छा आये तभी उस स्टेटर्जी पर ट्रेड करो।

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स्विंग ट्रेडिंग में आप एक चैनल का इस्तेमाल कर सकते है। जैसे की ऊपर चार्ट में दिख रहा है। शेयर प्राइज निचे आने पर उसे buy कीजिये। और ऊपर जाने पर दीजिये। कैसे की चार्ट में दिया गया हे स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है वैसे ही। स्टॉक की प्राइज एक रंग में ऊपर की और जारही हे।

आपको काम समय में ज्यादा प्रॉफिट कमाना हे तो इसिहि स्टेटर्जी का इस्तमाल कीजिये। एक ऐसा शेयर ढूंढिए जो इस रेंज में चल रहा हो। और फिर उसमे स्विंग ट्रेडिंग कीजिये। और आपका स्टॉपलॉस हमेशा ट्रेंडलाइन के निचे लगाइये।क्यूंकि अगर स्टेटर्जी फेल भी गयी तो ज्यादा नुकसान नहीं होगा।

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शेयर का प्राइज एक ऐसे रेंज में रहता हे। जहा उसका सपोर्ट और रेजिस्टेंस होता हे। इस स्टेटर्जी को भी आप इस्तेमाल करके प्रॉफिट बना सकते हो। जैसे ही शेयर सपोर्ट को पास अत है। आप उस शेयर को खरीद सकते हो। और रेजिस्टेंस के पास जाने पर बेच सकते हो।

सपोर्ट पर buy करो और रेजिस्टेंस पर sell करो। और आपका स्टॉपलॉस ब्लू लाइन के निचे होना चाहिए। कभी कभी स्टॉक brakout भी दे सकता है। यानि की रेजिस्टेंस को तोड़कर ऊपर जा सकता है। अगर शेयर में बुलिश मोमेंटम रहा तो। या फिर उसकी अच्छी नई आने पर शेयर रेजिस्टेंस तोड़ सकता हे। उस टाइम पर हम हमारा स्टॉपलॉस सपोर्ट से उठाकर रेजिस्टेंस के निचे लगा सकते हे। उसे ही ट्रेलिंग स्टॉपलॉस कहा जाता है.

swing trading kaise kare

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए वीकेंड में स्टॉक का daily frame ,और weekly frame में एनालिसिस करना चाहिए। जैसे की ऐसे स्टॉक्स ढूढने चाहिए जो की बुलिश मूमेंटम में हो। या फिर ऊपर दिए गए चार्ट के मुताबिक हो। तभी आप अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। ऐसे बहुतसी स्टेटर्जी चार्ट में मौजूद होती है। लेकिन उन्हें सीखना पड़ता है। समझना पड़ता है। और बैक टेस्ट करके ही उनका इस्तेमाल करना पड़ता है। तब जेक आप अच्छा पैसा कमा सकेंगे।

अगर आपको घर बैठे ऑनलाइन स्विंग ट्रेडिंग में share kaise kharide aur beche ये पता नहीं हे। तो आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ सकते है। उसमे हमने विस्तार में बताया है।

आज हमने क्या सीखा

आज हमने सीखा की swing trading in hindi क्या होता है। और स्विंग ट्रेडिंग में हम क्या क्या गलतिया करते हे। स्विंग ट्रडिंग फायदे से ज्यादा लोग गलतिया करके अपना नुकसान करते है। इसिलए हमेशा सही स्टेटर्जी का इस्तेमाल करना चाहिए।

यकीं है की आज की ये हमारी swing trading in hindi पोस्ट आपको काफी फायदेमंद साबित हुयी होगी। और आपको ये हमारी पोस्ट पसंद आयी हो तो कृपया इसे अपने फॅमिली और दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजियेगा। ताकि उन्हें भी स्विंग ट्रेडिंग के बारे में जानकारी मिल सके। और अच्छा मुनाफा कमा सके।

अगर आपको शेयर बाजार के विषय पर कोई भी सवाल हो तो आप स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हे। और अगर आपको शेयर बाजार में दिलचस्पी हे। और आप स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हे। या आपको अपना डीमेट खाता खोलना हे ,तो आप हमे संपर्क कर सकते है। धन्यवाद !

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