बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन

अफ्रीकी देशों में हाल के कुछ वक्त में क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) और इथीरियम (Ethereum) का उपयोग तेजी से बढ़ता देखा जा रहा है। क्यूबा के सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी की ओर से यह ऐलान किया गया है कि जल्द ही देश में वर्चुअल असेट सर्विस प्रोवाइडर के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा।
Cryptocurrency: युवा निवेशक क्रिप्टो में जमकर लगा रहे है पैसा
आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं।
आरबीआई ( Reserve bank of india ) बार-बार क्रिप्टो करेंसी ( crypto currency ) और इसके निवेशकों को आगाह कर रही हैं, लेकिन क्रिप्टों में पैसा लगाने वालों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही, निवेशक ( bitcoin currency) हैं कि लगातार क्रिप्टों में अपना निवेश बढ़ाते ही जा रहे हैं। जयपुर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्टमेंट को लेकर होड़ सी मची है। यहीं कारण है वर्तमान में अब तक जयपुर में करीब एक लाख लोगों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है और यह आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। बात अगर पूरे भारत की करें तो करीब 2 करोड़ लोग भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके है। जयपुर के एक लाख लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में करीब 150 करोड़ का निवेश कर रखा है।
10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी, जिनके बारे में सभी को पता होना चाहिए, मिलेगा मोटा मुनाफा
दुनिया में प्रचलित दर्जनों क्रिप्टोकरेंसी के बीच 10 डिजिटल करेंसीस ने लोगों को खूब मुनाफा दिया है.
क्या आप कनफ़्यूज हैं कि कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदें? मार्केट वैल्यू के आधार पर 10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी में से सही करेंसी कैसे चुनें? इसके बारे में सब कुछ यहां जानें.
- News18Hindi
- Last Updated : September 27, 2021, 19:38 IST
इस समय पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी चलन में हैं . इतनी बड़ी संख्या , पहली बार क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने वालों के लिए मुसीबत बन जाती है . वे समझ नहीं पाते कि वास्तव में किस क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा करें . इसके अलावा , कभी – कभी कुछ अज्ञात क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू अचानक 100% से ज़्यादा हो जाती है , जिससे उनके लापता होने का डर (FOMO) भी बढ़ जाता है .
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना चाहते हैं , तो क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानने से पहले , कुछ जांची व परखी गई क्रिप्टोकरेंसी को समझना ज़रूरी है . इसे ध्यान में रखते हुए , हमने अगस्त 2021 बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन तक की मार्केट वैल्यू के आधार पर 10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी को चुना है , ताकि आप क्रिप्टो के बारे में बेहतर तरीके से जान बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन सकें .
सरकार के लिए क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट या फिर पूरी तरह से बैन करना कितना आसान? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
TV9 Bharatvarsh | Edited By: अंकिता चौहान
Updated on: Nov 24, 2021 | 2:15 PM
दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी (Crypto Currency)का चलन बढ़ रहा है. लेकिन भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार का स्टैंड पूरी तरह से क्लियर हो चुका है. लेकिन अगर आप अब भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन करने में रुचि रखते हैं, तो पहले ही जान लीजिए कि, भारत सरकार ने निजी क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से बैन करने की तैयारी कर ली है.
वहीं, सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में क्रिप्टोकरेंसी पर बिल लाने का ऐलान भी कर दिया है. जिसपर फिलहाल सबकी निगाहें रहने वाली है, खासकर उन लोगों की जिन लोगों को क्रिप्टो में निवेश करने में दिलचस्पी है. लेकिन आज सबसे पहले ये जानना बेहद जरूरी है कि क्या सरकार के लिए क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट या फिर पूरी तरह से बैन करना आसान है?
क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट या बैन करना कितना आसान?
दरअसल क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पहले ही दो पार्ट में लोग बंट गए है, पहले हिस्से में वो लोग है जिन्हें लगता है कि क्रिप्टो को पूरी तरह से बैन कर दिया जाना चाहिए और इसमें निवेश करना एक अच्छा विकल्प नहीं है. लेकिन वहीं दूसरा हिस्सा वो है, जो क्रिप्टो में निवेश करने में रुचि रखते हैं और चाहते है कि सरकार इसे बेशक रेगुलेट कर लें, लेकिन बैन नहीं किया जाना चाहिए. अब इस स्थिति में सरकार इसके बीच का कोई विकल्प खोजने की कोशिश जरूर कर रही होगी, लेकिन वो क्या होगा, सबसे पहले जानते है क्रिप्टो क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. अगर साधारण शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल कैश (Digital Money)प्रणाली है. ये आपके हाथों में नहीं है लेकिन आप इसे रख सकते हैं. यानी की ये रुपये और पैसों की तरह आपकी जेब में नहीं होती, लेकिन यह पूरी बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी का चलन तरह से ऑनलाइन है. और यह काफी बड़ी टैक्नोलॉजी है, जिसे कुछ लोग समझते है, लेकिन एक बड़ी संख्या आज भी ऐसी है, जिसे इस बारे में कोई नॉलेज नहीं है.
क्रिप्टो करेंसी रेगुलेट किया जा सकता है- एक्सपर्ट्स
अगर चाहे तो भारत में क्रिप्टो करेंसी को रेगुलेट किया जा सकता है, क्योंकि कई देश जैसे- सिंगापुर और US क्रिप्टो को रेगुलेट कर रहे हैं. इसलिए रेगुलेशन पॉसिबल है. आज के दौर में कई ऐसी टैक्नोलॉजी है, जिसका कहीं अच्छा तो कही गलत इस्तेमाल हो रहा है, ऐसे में उन्हें बंद करने की बजाय यह तय करना कि उसे रोका कैसे जा सकता है, यह अहम है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर हमें ग्लोबल लेवल पर मुकाबला करना है और गूगल, फेसबुक जैसे कंपनी बनानी है तो सरकार को रेगुलेशंस लाना चाहिए. जिससे इसका गलत इस्तेमाल करने पर कंट्रोल किया जा सके और सही यूज के लिए प्रोत्साहन दें. इसके अलावा एक्सपर्ट्स में भी इस बात पर सहमति बनी है कि क्रिप्टोकरेंसी पर बैन के बजाय इसे रेगुलेट करने की जरूरत है.
Cryptocurrency: क्यूबा के लाखों लोग इस्तेमाल कर रहें क्रिप्टोकरेंसी, जानिए अफ्रीका में क्यों बढ़ रहा चलन
Cryptocurrency (Image Credit : Social Media)
Cryptocurrency in Africa : दुनिया के कई देशों में आज क्रिप्टोकरेंसी का चलन बढ़ता जा रहा है। हाल के कुछ सालों में कई देशों ने दूसरे देशों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। इन आर्थिक प्रतिबंधों के दौर से जूझ रहे देश अब अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने के लिए क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के उपयोग के तरफ बढ़ रहे हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग को लेकर अफ्रीकी देशों में झुकाव काफी ज्यादा बढ़ा है।
चाय का पेमेंट लेते हैं क्रिप्टोकरेंसी में, ख़ुद को बताते हैं क्रिप्टो की दुनिया का 'राकेश झुनझुनवाला'
दुनियाभर में यूं तो क्रिप्टोकरेंसी को लेकर संशय बना हुआ है लेकिन इसका चलन भी दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. हाल ही में देश की स्टार्टअप नगरी बेंगलुरु में एक कॉलेज ड्रॉपआउट के कारनामे ने सब का ध्यान खींचा है. शुभम सैनी नाम के युवा ने The Frustrated Drop Out नाम से चाय की दुकान शुरू की है. दिलचस्प बात ये है कि आप यहां चाय पीने के बाद, पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी में भी कर सकते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 22 वर्षीय शुभम सैनी ने अपनी चाय की स्टाल पर क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया. यह तब हुआ, जब ग्राहकों ने खुद बिटकॉइन जरिए चाय का पेमेंट करने की पेशकश की.