क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 10,200 रुपये प्रति क्विंटल।
विदेशों में खाद्यतेलों के दाम गिरने से सभी तेल तिलहन क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा में नरमी
नयी दिल्ली, एक दिसंबर (भाषा) विदेशों में भारी मंदी से दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में बृहस्पतिवार को लगभग सभी तेल तिलहन कीमतों में नरमी रही। सरसों, मूंगफली, सोयाबीन तेल तिलहन तथा बिनौला, कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट रही लेकिन उपभोक्ताओं को अभी इस गिरावट का लाभ मिलना बाकी है।
बाजार सूत्रों ने बताया कि मलेशिया एक्सचेंज में 3.5 प्रतिशत की गिरावट है। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज कल रात 3.5 प्रतिशत कमजोर बंद हुआ था और फिलहाल इसमें लगभग 4.5 प्रतिशत की गिरावट है।
सूत्रों ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द खाद्यतेलों की कोटा प्रणाली को समाप्त करना चाहिये और सस्ते आयातित तेलों की मार से देश के किसानों, तेल मिलों और उपभोक्ताओं की रक्षा करने के लिए क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा सूरजमुखी, सोयाबीन जैसे बेहद सस्ते आयातित तेल पर आयात शुल्क अधिक से अधिक लगाने के बारे में सोचना चाहिये क्योंकि क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा अभी सूरजमुखी बुवाई का समय है।
देश के विदेशी मुद्रा भंडार ने लगाई छलांग, सात दिनों में 2.198 अरब डॉलर बढ़ा, जानें खजाने में कितना है टोटल
Foreign Exchange Reserve update:भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. बीते 28 जनवरी को खत्म हुए पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.531 अरब डॉलर घटकर 629.755 अरब डॉलर हो गया क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा था.
सोने का भंडार 21 लाख डॉलर घटकर 39.283 अरब डॉलर रह गया.
Foreign Exchange Reserve update: देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) 4 फरवरी को खत्म हुए सप्ताह में 2.198 अरब डॉलर बढ़कर 631.953 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. पीटीआई की खबर के मुताबिक, बीते 28 जनवरी को क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा खत्म हुए पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 4.531 अरब डॉलर घटकर 629.755 अरब डॉलर हो गया था. खबर के मुताबिक, यह 3 सितंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में 642.453 अरब डॉलर के मैक्सिमम लेवल पर पहुंच गया था.
रुपया नौ पैसे की गिरावट के साथ 81.35 प्रति डॉलर पर
नवभारत टाइम्स 1 घंटे पहले
मुंबई, दो दिसंबर (भाषा) डॉलर के कमजोर होने के बावजूद स्थानीय बाजारों में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से शुक्रवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया नौ पैसे की गिरावट के साथ 81.35 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी पूंजी की बाजार से निकासी बढ़ने के कारण भी निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.11 पर खुला। कारोबार के दौरान रुपये का लाभ लुप्त हो गया और कारोबार के अंत में यह नौ पैसे की गिरावट दर्शाता 81.35 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान रुपये ने 81.08 के उच्चस्तर और 81.35 के निचले स्तर को छुआ। पिछले सत्र में रुपया चार पैसे की क्या है विदेशी मुद्रा मात्रा तेजी के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।