क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है

Coin DCX - 15.70 - 17.10
Cryptocurrency:11 क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange) पर कार्रवाई, टैक्स चोरी का आरोप
सवाल था कि, क्या क्रिप्टो एक्सचेंज (Crypto Exchange), Goods and Services Tax (GST/जीएसटी) यानी माल और सेवा कर की चोरी में शामिल थे?
Neelesh Singh Thakur
हाइलाइट्स –
Crypto Exchange पर कार्रवाई
जीएसटी (GST) की चोरी में शामिल
स्पष्ट नहीं क्रिप्टो मुद्रा कानूनी है या नहीं
राज एक्सप्रेस। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 28 मार्च को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि सरकार ने कुल 81.54 करोड़ रुपये की कर चोरी के लिए भारत में 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है।
Crypto Exchanges का डेटा -
चौधरी ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों (Cryptocurrency Exchange) से ब्याज और जुर्माना शुल्क सहित वसूली 95.86 करोड़ रुपये है। उत्तर ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ने क्रिप्टो एक्सचेंजों पर कोई डेटा एकत्र नहीं किया।
RBI क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करना चाहता है, वित्त मंत्रालय ने संसद को बताया
नई दिल्ली: सोमवार को मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है. तमिलनाडू से VCK पार्टी से सांसद डॉ थोल तिरुमावलवन के एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्रालय ने कहा है कि, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रबंधित किया जाना चाहिए.
डॉ थोल तिरुमावलवन ने वित्त मंत्रालय इन सवालों के जवाब मांगे थे,
1. क्या भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विगत दस वर्षों के दौरान भारत में क्रिप्टोकरेंसी को जारी किए जाने, खरीदने, बेचने, धारण करने तथा इसके परिचालन को परिसीमित किए जाने के संबंध में हिदायतें, परिपत्र, निदेश तथा चेतावनियां इत्यादि जारी की हैं और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है;
क्रिप्टोकरेंसी कानूनी निविदा नहीं बनने जा रही है: केंद्रीय वित्त सचिव टी वी सोमनाथन
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को बड़ा झटका देते हुए केंद्र ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि उन्हें किसी भी तरह से लीगल टेंडर का दर्जा नहीं दिया जाएगा। केंद्रीय वित्त सचिव टीवी सोमनाथन ने कहा: "अभी, मैं केवल इतना कहूंगा कि क्रिप्टोकरेंसी कानूनी निविदा नहीं होगी। भारतीय रुपया एक कानूनी निविदा है, जबकि सोना और चांदी कानूनी निविदा नहीं हैं। भारतीय रुपया एक कानूनी निविदा है, जबकि सोना और चांदी कानूनी निविदा नहीं हैं। साफ़ तौर पर सोमनाथ का कहना है की क्रिप्टोकरेंसी किसी भी देश में वैध मुद्रा नहीं मानी जाएगी। बाकी का फैसला बिल में होगा।
अवैध गतिविधियों से हो सकता है शोषण
वित्त मंत्रालय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लिए एक नियामक व्यवस्था बनाने और निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने पर आगे की चर्चा के लिए एक कैबिनेट नोट तैयार कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि कैबिनेट नोट क्रिप्टोकरेंसी की अस्पष्टता और अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों द्वारा उनका शोषण कैसे किया जा सकता है, इस पर ध्यान दिया जाएगा। शीर्ष सूत्रों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 13 नवंबर की बैठक को 'टर्निंग पॉइंट' कहा जा सकता है और बैठक में आने वाले कानून और क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के रुख ने आकार लिया।
पीएम मोदी ने 13 नवंबर को वित्त और अन्य मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी। बैठक में सबसे महत्वपूर्ण इनपुट भारतीय रिजर्व बैंक से आया था। पीएम की बैठक के ठीक बाद, सरकार ने कहा था कि हितधारकों और विशेषज्ञों के साथ चर्चा चल रही है और युवाओं को 'क्रिप्टोकरेंसी पर अति-प्रोमिसिंग और गैर-पारदर्शी विज्ञापन' के माध्यम से गुमराह करने के प्रयासों को रोकने की जरूरत है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने पुष्टि की कि आरबीआई ने बैठक के लिए केंद्र को एक विस्तृत राय रिपोर्ट सौंपी है।
क्रिप्टोस पर क्या कहती है आरबीआई की रिपोर्ट ?
सूत्रों ने कहा कि केंद्र को आरबीआई की रिपोर्ट ने रेखांकित किया कि क्रिप्टो के बारे में बहुत कम जानकारी है और वे मौद्रिक संप्रभुता और रुपये की स्थिरता के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं, खासकर अगर भविष्य में घरेलू मूल्य गठन आभासी मुद्राओं में सेट हो जाता है तो। वही आरबीआई जिसने अप्रैल 2018 में बैंकों को क्रिप्टो में लेनदेन करने से प्रतिबंधित कर दिया था उसके बारे में कहा जाता है कि उसने रिपोर्ट में चेतावनी दी थी कि क्रिप्टो की अस्थिरता बैंकों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है, जिससे वित्तीय अस्थिरता हो सकती है। आरबीआई के विस्तृत नोट में यह भी संकेत दिया गया है क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है कि क्रिप्टोकरेंसी से पूंजी की निकासी हो सकती है, भारत और विदेशों में किए गए निवेश का नकदीकरण हो सकता है, लेनदेन को भारतीय रुपये से दूर स्थानांतरित कर सकते हैं और आरबीआई की कमाई को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Cryptocurrency क्या है – संक्षिप्त जानकारी।
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में जानने से पहले यह जान लेते हैं करेंसी क्या होती है। करेंसी एक प्रकार की मुद्रा प्रणाली है। ऐसी मुद्रा प्रणाली जो क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है धन के रूप में इस्तेमाल की जाती हो, देश की सरकार द्वारा उसे मान्यता मिली हो, जिसका कोई मूल्य हो और जिसके माध्यम से वस्तुओं को ख़रीदा या बेचा जा सके।
दुनिया में प्रारंभ में कोई मुद्रा या करेंसी प्रचलन में नहीं थी। उस समय वस्तु विनिमय प्रणाली का चलन था। इसी प्रणाली द्वारा खरीदने और बेचने का काम होता था। वस्तु विनिमय प्रणाली में एक वस्तु देकर दूसरी वस्तु ली जाती थी। इसके बाद सिक्कों का दौर आया। विभिन्न प्रकार की धातुओं के सिक्कों के द्वारा लेन – देन होने लगा।
क्रिप्टोकरेंसी से आप क्या समझते हैं
क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की डिजिटल (DIGITAL) मुद्रा है। यह एक ऐसी मुद्रा प्रणाली है जो ब्लोकचेन (BLOCKCHAIN) तकनीक पर आधारित है। अर्थात यह एक ऐसी तकनीक पर आधारित है जिसमे बहुत से ब्लोक होते हैं जो एक दुसरे से जुड़े होते हैं। क्रिप्टो-करेंसी एक पियर टू पियर (PEER TO PEER) धन प्रणाली है।
पियर टू पियर प्रणाली से तात्पर्य है जिसमे एक कंप्यूटर सिस्टम से दुसरे कंप्यूटर सिस्टम में डाटा भेज सकते हैं बिना किसी केंद्रीकृत सर्वर के माध्यम से। यह मुद्रा प्रणाली कंप्यूटर अल्गोरिथम पर आधारित है, अर्थात शारीरिक रूप से इसका अस्तित्व नहीं है, यह सिर्फ आंकड़ों के रूप में ऑनलाइन रहती है।
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल या क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य
क्रिप्टोकरेंसी का भी बाकि करेंसी की तरह मूल्य है। क्रिप्टो-करेंसी से भी हम सामान खरीदने और बेचने का कार्य कर सकते हैं। इसका हम कहीं निवेश क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है भी कर सकते हैं। लेकिन जैसा की उपरोक्त वर्णित है यह एक डिजिटल मुद्रा है इसलिए हम इसको क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है छू नहीं सकते इसलिए इसको हम तिजोरी या बैंक के लॉकर इत्यादि में नहीं रख सकते।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है का भविष्य
भारत में क्रिप्टोकरेंसी को अवैध घोषित किया गया था, लेकिन अब भारत में क्रिप्टो-करेंसी को मान्य दे दी गई है। क्रिप्टो-करेंसी मुद्रा प्रणाली में उपस्थित जोखिम को देखते हुए भारत सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने कमर कस ली है ताकि इसको हैक होने से बचाया जा सके।
रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने भारतीय निवेशकों के निवेश की सुरक्षा के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भी सोंपे हैं। आने वाले समय में किसी संसद के सत्र में भारत सरकार क्रिप्टो-करेंसी या डिजिटल मुद्रा से सम्बंधित कोई विधेयक पास कर सकती है। क्रिप्टो-करेंसी को लेकर रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया और भारत सरकार का रुख सख्त हुआ है, क्योंकि पिछले कुछ समय से भारत में क्रिप्टो-करेंसी में निवेश करने वालों की संख्या में बहुत इजाफा हुआ है।
भारत में तक़रीबन 1.5 करोड़ निवेशक हैं जो किसी न किसी क्रिप्टो-करेंसी विनमय में पंजीकृत हैं। भारत में बढ़ते हुए निवेशकों की संख्या के कारण भारत सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया सचेत है और निवेशकों की सुरक्षा के लिए कदम उठा रही है।
टॉप Crypto Currency कौन सी है?
1) Bitcoin (BTC) :-
Bitcoin दुनिया में सबसे पहले क्रीपटोकरंसी के रूप में आयी है। यह सबसे पॉपुलर और सफल Crypto Currency है। जिसे साल 2009 में सतोशी नाकामोटो के द्वारा निर्माण किया गया था। हालाकि इससे पहले भी वर्चुअल करेंसी को लॉन्च करने की कोशिश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। बिटकॉइन को भी बनाने में काफी कढ़ी मेहनत करनी पड़ी थी लेकिन आज वही बिटकॉइन जिसको पहले कोई नहीं जानता था। शुरू में $5 में एक बिटकॉइन की कीमत थी। आज $64000 के पार चली गई है। यानी कि अगर रुपयों में बात करे तो 1 बिटकॉइन की कीमत आज ₹46 लाख के पार पहुंच गई है। इससे आप इसके इंपॉर्टेंस को समझ सकते है। लेकिन सबसे बढ़ी बात यह है कि cryptocurrency में निवेश बहुत सोच समझ के किया जाता है। हर दिन इसकी कीमत में भारी fluctuation होता रहता है।
2.Ethereum (ETH) :-
Bitcoin के जैसे ही Ethereum भी decentralized Crypto Currency है। Vitalik Buterin के द्वारा Ethereum Crypto Currency बनाई गई थी। इसके टोकन को Ether के नाम से भी कहा जाता है। इसका plateform यूजर्स को वर्चुअल टोकन बनाने में मददगार साबित होता है। जिसे blockchain-based computing platform कहा जाता है। इसकी मदद से बिटकॉइन के जैसे ही currency के तौर प्रयोग कर सकते हैं। Bitcoin के बाद Etheremum सबसे पॉपुलर Crypto Currency है। आज लगभग Ethereum $4200 कि उचाई तक पहुंच गया है। लेकिन शरुआत में इसकी क़ीमत सिर्फ 800 कि थी।
क्रिप्टो करेंसी के क्या लाभ है? Benefits Of Cryptocurrency
4. Crypto Currency में लेने देन बहुत कड़ी निगरानी और सुरक्षा में होता है। यह सामान्य लेन देन से बिल्कुल भिन्न है।
1. Cryptocurrency में रिवर्स का ऑप्शन नहीं होने के कारण किसी भी ट्रांजैक्शन को वापस नहीं किया जा सकता है। अगर गलत ट्रांजैक्शन हो जाता है तो आप को भारी नुकसान हो सकता है।
3. क्रिप्टो करेंसी किसी भी देश की सरकार या संस्था या किसी मालिक के द्वारा संचालित नहीं की जाती है। यह बहुत बड़ा disadvantage है।
6. क्रिप्टो करेंसी में मार्केट बहुत flexible होती है। इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना बहुत ही रिस्की होता है।
7. Cryptocurrency का ड्रग्स सप्लाई, कालाबाजारी इत्यादि जैसे गलत काम के लिए ज्यादा इस्तेमाल किया जाता क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है है।
देश जहां Crypto Currency कानूनन वैध या अवैध है
Crypto Currency को legal कहने वाले देश:-
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- कनाडा
- ऑस्ट्रेलिया
- यूरोपीय संघ
- यूनाइटेड किंगडम
- फिनलैंड
Crypto Currency को illegal कहने वाले देश:-
- रूस
- चीन
- बोलीविया, कोलंबिया और इक्वाडोर
- वियतनाम
भारत में Crypto Currency Legal या Illegal ?
क्या बिटकॉइन इंडिया में बैन है?
दोस्तों इसका सवाल सभी के मन में घूम रहा होगा कि क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी कानूनी रूप से legal है या illegal है। इसके लिए हम आपको साल 2018 की एक न्यूज़ बताता हूं जब बिटकॉइन बहुत ही चर्चा में आया था। ऐसे ही भारत में भी बिटकॉइन के बहुत ही चर्चाएं होने लगी थी। इसी को देखते हुए साल 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरंसी पर बैन लगा दिया था। प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 (Banning of Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2019) के ड्राफ्ट में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड या निवेश करने वालों के लिए सजा का प्रस्ताव रखा गया था।
ड्राफ्ट में वर्चुअल करेंसी की खरीदारी या बिक्री करने वाले लोग, तैयार करने वाले लोग, वॉलेट में वर्चुअल करेंसी को रखने वाले लोग या क्रिप्टो करेंसी के द्वारा किसी भी तरह की डील करने वाले लोगों को दोषी पाए जाने पर 10 साल जेल की सजा का प्रस्ताव रखा गया था।