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कम अस्थिरता

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India VIX ने समझाया: India VIX क्या है और यह कैसे काम करता है?

शेयर बाजार को अस्थिर माना जाता है, जिसमें उच्च स्तर की अस्थिरता होती है, जिसका अर्थ है कि छोटी अवधि में शेयरों की कीमतों में भारी ऊपर और नीचे की गति हो कम अस्थिरता सकती है। बाजार के निवेशकों को डर सूचकांक या अस्थिरता सूचकांक जैसे शब्दों का सामना करना पड़ सकता है। भारत VIX या भारत अस्थिरता सूचकांक के बारे में जानना महत्वपूर्ण है, जो भारत में निवेशकों और व्यापारियों को अस्थिरता-प्रेरित उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करता है। इस लेख में, हम VIX इंडिया और इसके महत्व के बारे में चर्चा करेंगे जो आपको सूचित निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकता है।

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उतार-चढ़ाव कल कम होने के आसार? 17,000 का नहीं है कन्फर्मेशन! – पोस्ट मार्केट एनालिसिस

निफ्टी 94 पॉइंट्स के गैप-अप के साथ 17,107 पर खुला। इंडेक्स शुरुआती बढ़त बरक़रार नहीं रख सका और 17,000 से नीचे गिर गया। लेकिन 16,940 ने अच्छे सपोर्ट के रूप में काम किया और निफ्टी ने हेड और शोल्डर का उल्टा पैटर्न बनाया। यह एक झूठा ब्रेकआउट था और निफ्टी 8 पॉइंट्स या 0.05% की गिरावट के साथ फ्लैट 17,007 पर बंद हुआ।

बैंक निफ्टी ने दिन की शुरुआत 195 पॉइंट्स के गैप-अप के साथ 38,811 पर की। ओपनिंग 39,000 के स्तर के करीब थी, जो एक मजबूत रेजिस्टेंस था और वहां से इंडेक्स नीचे गिर गया। 11 बजे के बाद बैंक निफ्टी 38,380 सपोर्ट पर पहुंच गया और वहीं HDFC अपने 1420 सपोर्ट पर पहुंच गया। इसे बाद में तोड़ा गया और बैंक निफ्टी 257 पॉइंट्स या 0.67% की गिरावट के साथ 39,359 पर बंद हुआ।

उच्च अस्थिरता के कारण कोई भी इंडेक्स 1% से अधिक बदलाव के साथ बंद नहीं हुआ। निफ्टी फार्मा (+0.98%), निफ्टी IT (+0.97%), निफ्टी ऑटो (-0.51%) और निफ्टी मेटल (-0.86%) ने दिन के निचले स्तर से 1% से अधिक की रिकवरी की। लेकिन वे मूवमेंट को होल्ड नहीं कर सके।

प्रमुख एशियाई बाजार फ्लैट से हरे रंग में बंद हुए। यूरोपीय बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।

प्रमुख गतिविधियां -

Cipla(+3.1%) ने 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर एक ब्रेकआउट का संकेत दिया और निफ्टी 50 टॉप गेनर के रूप में बंद हुआ।

निफ्टी ऑटो स्टॉक- Hero MotoCorp (-3%) निफ्टी 50 टॉप लूजर के रूप में बंद हुआ।

स्टील शेयर और निफ्टी बैंक शेयर आज कम अस्थिरता लाल निशान में बंद हुए। Tata Steel (-2.2%), JSW Steel (-1.4%), Kotak Bank (-1.6%), SBIN (-1.2%), ICICI Bank (-1%) निफ्टी 50 टॉप लूजर लिस्ट में शामिल हुए।

केंद्र द्वारा REC में हिस्सेदारी खरीदने की योजना को रद्द करने के बाद Power Grid (+1.9%) हरे रंग में बंद हुआ।

Mahindra CIE(+3.4%) 2.3% इक्विटी के बड़े एक्सचेंज में हरे रंग में बंद हुआ।

गैस डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियां - IGL (+6.8%), MGL (+6.6%) और GujGas (+6%) बढ़ीं क्योंकि गैस के कीमत निर्धारण पैनल ने रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए और समय मांगा।

HFCL (+2.4%) को ऑप्टिकल फाइबर केबल की सप्लाई के लिए 202.6 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले।

MCX (-3%), 63Moons (-1.5%) द्वारा एक्सचेंज को एक्सचेंज तकनीक और सेवाएं प्रदान करना बंद करने का निर्णय लेने के बाद लाल निशान में बंद हुआ।

Dish TV(-6.1%) शेयर धारकों द्वारा पिछले दो वित्तीय वर्षों के ऑडिटेड स्टेटमेंट को खारिज करने के बाद गिर गया।

आगे का अनुमान -

बाजार ने अपनी मंदी की भावना को बनाए रखा, लेकिन प्रमुख इंडेक्स में उतार-चढ़ाव भरा सुधार देखा गया।

इस हफ़्ते से हम जो समझ सकते हैं वह यह है, वह यह है कि 'निफ्टी 17,000 से नीचे' को कभी भी एक और गिरावट का संकेत नहीं माना जा सकता। निफ्टी के पास 16,980,960,950 और 940 पर कई सपोर्ट हैं।

हम 16,790 पर मजबूत सपोर्ट की उम्मीद कर रहे हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए हमें लगता है, कि इस हफ़्ते अगर कोई बड़ा गैप-डाउन नहीं होता है, तो निफ्टी के 17,900 से नीचे गिरने की उम्मीद नहीं है।

बैंक निफ्टी के लिए एक्सपेक्टेड सपोर्ट 38,180 और 37,930 पर है।

बैंक निफ्टी 38,500 और 38,380 सपोर्ट गंवाने के बावजूद अगले सपोर्ट के करीब है।

फिननिफ्टी 17,480 के स्तर से नीचे आ गया है। लेकिन हमें 17,380 पर सपोर्ट मिलने की उम्मीद है।

हमने आज कई 'सेल ऑन राइज’ की स्थिति देखी और इससे बड़ी अस्थिरता पैदा हुई। एशियाई और यूरोपीय बाजार अभी लाल निशान में नहीं हैं और अगर अमेरिकी बाजार भी हरे निशान में बंद हुआ, तो इससे सांडों को और मजबूती मिलेगी। और इससे बाजार को कम अस्थिरता के साथ मजबूत होने में मदद मिल सकती है।

आप के ट्रेडिंग के सफ़र का सबसे यादगार दिन कौन सा है? आप अपने जवाब नीचे कमेंट सेक्शन में शेयर करें।

बाजार के उतार-चढ़ाव में भी होते हैं निवेश के मौके, अपनाएं ये 5 टिप्‍स

उतार-चढ़ाव में एक साथ अपने पूरे इक्विटी निवेश को निकाल देना सही नहीं है. सच तो यह है कि धैर्यवान निवेशकों के लिए यही अस्थिरता निवेश के मौके लाती है. वे बहुत कम कीमत में अच्‍छे शेयर खरीद पाते हैं.

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जब आप शेयरों को चुनने जा रहे हों तो इन 5 आजमाएं हुए नियमों का जरूर पालन करें. ये उतार-चढ़ाव वाले बाजार में आपकी मदद करेंगे.

हालांकि, ऐसे समय में निवेशकों को अपनी खरीद धीमे-धीमे करनी चाहिए. कोटक सिक्‍योरिटीज के हेड दीपेन शाह (प्राइवेट क्‍लाइंट ग्रुप रिसर्च) कहते हैं, ''आपको ऐसी कंपनियों की पहचान करनी चाहिए जिनकी बैलेंसशीट मजबूत हो. कैश फ्लो स्‍टेबल हो. मैनेजमेंट अच्‍छा हो.'' उन्‍होंने कहा कि अच्‍छा होगा कि उन कंपनियों से बचा जाए जिनकी बैलेंसशीट कमजोर है और कॉरपोरेट गवर्नेंस को लेकर संदेह है.

डिविडेंड यील्‍ड स्‍ट्रैटेजी उतार-चढ़ाव भरे बाजार में निवेशकों के लिए मददगार साबित हो सकती है. मजबूत बैलेंसशीट, अच्‍छे प्रॉफिट मार्जिन और स्‍टेबल कैश फ्लो वाली कंपनियां अक्‍सर साल के दौरान शानदार डिविडेंड देती हैं. अगर आप ऐसी कंपनियों में निवेश करते हैं तो कम से कम आपको लगातार डिविडेंड से इनकम तो होती ही रहती है.

यह बिल्‍कुल सही है कि ऐसे शेयर भी बिकवाली के जोखिम से अछूते नहीं हैं. लेकिन, गिरावट के दौर में ये मजबूती दिखाते हैं. अच्‍छा होगा अगर अपने इक्विटी पोर्टफोलियो का 30-40 फीसदी निवेश डिविडेंड देने वाली अच्‍छी कंपनियों में किया जाए. मध्‍यम से लंबी अवधि में इससे फायदा हो सकता है.

हालांकि, इस स्‍ट्रैटेजी के अपने नुकसान भी हैं. इसमें निवेशकों को बड़ी सूझबूझ के साथ शेयरों को चुनने की जरूरत पड़ती है. इसमें देखना चाहिए कि फर्म का डिविडेंड भुगतान करने का कम से कम पांच साल का ट्रैक रिकॉर्ड रहा हो. पेआउट रेशियों को भी देखना चाहिए. यह प्रॉफिट से दिए गए डिविडेंड का हिस्‍सा है. इसका ज्‍यादा होना अच्‍छा है. इससे पता चलता है कि डिविडेंड का भुगतान करने के बाद भी कंपनी प्रॉफिट में बनी रहेगी.

जब आप शेयरों को चुनने जा रहे हों तो इन 5 आजमाएं हुए नियमों का जरूर पालन करें. ये उतार-चढ़ाव वाले बाजार में आपकी मदद करेंगे.

1. व्‍यापक बाजार की जगह एक-एक शेयर चुनें
बाजार की गिरावट में अच्‍छे शेयर भी लुढ़कते हैं. यह शेयर चुनने का मौका देता है.

2. कमाई के आसार देखें
ऐसी कंपनियों के शेयर खरीदें जिनमें कमाई की तस्‍वीर साफ हो. बैलेंसशीट मजबूत और कैश फ्लो स्‍टेबल हो. डिविडेंड शेयर सुरक्षित होते हैं.

3. एकमुश्‍त निवेश से बचें
शेयर कीमतें कम होने के बावजूद धीमे-धीमे इन्‍हें खरीदें. कुल खरीद की रकम का 10-15 फीसदी इसके लिए रखें.

4. वैल्‍यू के जाल में नहीं फंसें
बाजार की गिरावट में कई कंपनियां हो सकता है कि कई सालों के निचले स्‍तर पर पहुंच जाएं. सिर्फ इसे देखकर खरीदारी नहीं करनी चाहिए कम अस्थिरता क्‍योंकि मुमकिन है कि उनमें और गिरावट आए.

5. कर्ज वाली कंपनियों से दूर रहें
उन कंपनियों से दूर रहें जिन पर बहुत ज्‍यादा कर्ज है. खराब गवर्नेंस वाली कंपनियों से भी दूरी बनाकर रखें.

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आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के फैलाव से बढ़ रही है अस्थिरता: यूएन प्रमुख

यूएन प्रमुख ने केनया के कामाकुंजी में एक आईटी केंद्र का दौरा किया.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि आतंकवाद से परिवारों और समुदायों को सदमा पहुंचता है और प्रभावित क्षेत्रों में अस्थिरता फैलती है. केनया की राजधानी नैरोबी में बुधवार को आतंकवाद विरोधी सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों का ज़िक्र किया और अफ़्रीका में चरमपंथी हमलों के पीड़ितों के साथ एकजुटता जताई.

महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ध्यान दिलाते हुए कहा कि जनवरी कम अस्थिरता 2019 में कैसे नैरोबी के एक होटल परिसर में धावा बोलते हुए आतंकवादियों ने 21 लोगों को मार दिया था.

उन्होंने चिंता जताई कि साहेल क्षेत्र में स्थिति बिगड़ रही है और पश्चिम अफ़्रीका में जोखिम बढ़ रहे हैं. ‘लेक चाड’ क्षेत्र, मध्य माली, बुरकिना फ़ासो और निजेर में हथियारबंद गुटों के हमले जारी हैं.

The international community must step up their support for African-owned and African-led efforts in the fight against terrorism and violent extremism.Fighting terrorism & preventing extremism in Africa is essential to preserve peace & security in the world. pic.twitter.com/3Ia1sq8a2i

अग्रिम मोर्चे पर अफ़्रीका

इन घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में यूएन प्रमुख ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस क्षेत्र में सदस्य देशों का तत्काल समर्थन करने की आवश्यकता है.” आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के फैलाव से जो ख़तरे उभर रहे हैं, अफ़्रीकी लोग उनसे निपटने के प्रयासों में अग्रिम मोर्चे पर खड़े हैं.

महासचिव गुटेरेश ने आतंकवाद का समाधान ढूंढने में अफ़्रीकी जनता के संकल्प का स्वागत करते हुए महिलाओं की प्रेरणादायी भूमिका की प्रशंसा की जिससे रोकथाम के प्रयासों को मज़बूती मिल रही है.

“पूरे महाद्वीप पर महिलाएं अब इस ज़िम्मेदारी को ख़ुद निभा रही हैं.” उन्होंने क्षोभ जताते हुए कहा कि आतंकवादी संगठन ने विचारधारा से परे जाकर हर महिलाओं और लड़कियों पर आधिपत्य जमाया है.

लेकिन अब महिलाएं अलग-थलग किए जाने, हाशिएकरण, असमानता और शोषण के विरूद्ध स्थानीय नेताओं, मेयरों, युवाओं, बच्चों और अपने पुरुष साथियों के साथ मिलकर लड़ाई लड़ रही हैं – इन्हीं परिस्थितियों की वजह से बहुत से लोग कट्टरता और अशांति के रास्ते पर चले गए थे.

हालांकि उन्होंने माना कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अगर इस संबंध में दीर्घकालीन राजनैतिक संकल्प प्रदर्शित नहीं करता है तो फिर इस तरह के प्रयासों में सफलता पाना मुश्किल है.

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सुरक्षा परिषद की ओर से मज़बूत और स्पष्ट अधिकार मिलने चाहिए. साथ ही अफ़्रीका में शांति क़ायम करने और आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए पक्के तौर पर पर्याप्त और सतत वित्तीय समर्थन मिलना आवश्यक है.

“इस महाद्वीप पर बेहतरीन ढंग से प्रगति हो रही है और आतंकवाद को उसे कमज़ोर करने की अनुमति नहीं दी जा सकती.”

उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि संगठित, समृद्ध और शांतिपूर्ण अफ़्रीका संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख प्राथमिकता है.

आतंकवाद के मूल कारणों पर चोट ज़रूरी

आतंकवाद के विरूद्ध एकजुट होने के लिए अफ़्रीकी देशों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से व्यापक प्रयासों की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि हिंसक चरमपंथ के उभार के लिए ज़िम्मेदार कारकों से भी निपटा जाना उतना ही आवश्यक है.

यूएन प्रमुख ने बताया कि इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र ने प्राथमिकता के तौर पर अफ़्रीकी देशों की क्षमता निर्माण परियोजनाओं पर काम शुरू किया है.

इनके ज़रिए विदेशी आतंकवादी लड़ाकों के ख़तरे को कम करने, युवाओं को सशक्त बनाने, विमानन सुरक्षा में बेहतरी लाने और आतंकवादी गतिविधियों के लिए धन की उपलब्धता पर लगाम कसने की कोशिश हो रही है.

“आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ को किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता लेकिन हमें समझना होगा कि उनका उभार बिना किसी कारण के नहीं होता. वास्तविक और कथित अन्याय की भावना और सशक्तिकरण का वादा तब हमेशा लुभाता है जब मानवाधिकारों का हनन हो रहा हो, सुशासन का ख़्याल न रखा जा रहा हो और अभिलाषाओं को दबाया जा रहा हो.”

शिक्षा के अभाव और ग़रीबी को कट्टरपंथ के विस्तार के लिए ज़िम्मेदार माना गया है लेकिन उसे कई बार तब भी बढ़ावा मिलता है जब सत्ता का ग़लत इस्तेमाल किया जाए और राज्यसत्ता की ओर से हिंसा हो.

यूएन प्रमुख ने कहा कि इन जोखिमों से निपटने के लिए देशों को और प्रयास करने की ज़रूरत है.

इसके तहत अहम संस्थाओं और नागरिक संगठनों को मज़बूत बनाने, टिकाऊ शांति का निर्माण करने, अशांति की रोकथाम करने और सतत विकास प्रक्रिया को प्रोत्साहन देना होगा ताकि ग़रीबी, असमानता और अवसरों के अभाव को दूर किया जा सके क्योंकि इन्हीं वजहों से निराशा फैलती है.

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