शीर्ष विदेशी मुद्रा दलाल रैंकिंग

भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब

भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब
इन्हें खास तौर पर हॉट एंड कोल्ड वॉलेट (Hot and Cold Wallets) में कैटेगरीज किया जा सकता है. हॉट वॉलेट इंटरनेट से जुड़े होते हैं और इन्हें कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इनमें ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, most मोबाइल वॉलेट, सॉफ्टवेयर वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं.

Bitcoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी पर भारत में जल्द लगेगी रोक! जानिए-क्या होगा पैसा लगाने वालों पर असर?

Cryptocurrency: अगले दो-तीन महीनों में पता चल जाएगा कि भारत में क्रिप्टो की ट्रेडिंग फायदेमंद रहेगी या नहीं

पिछले साल दिसंबर में संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 पेश करने वाली थी। लेकिन, इसे पेश नहीं किया गया।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के इनवेस्टर्स सहित इससे जुड़े लोग इसके लिए कानून का इंतजार कर रहे हैं। सरकार ने पिछले साल कहा था कि वह क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के लिए व्यापक नियम एवं कानून बनाएगी। सरकार भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब ने इसके लिए कोशिशें भी शुरू कर दी थी। सोमवार को सरकार ने इस बारे में तस्वीर साफ करने की कोशिश की। फाइनेंस मिनिस्ट्री (Finance Ministry) में इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी (Economic Affairs Secretary) अजय सेठ (Ajay Seth) ने कहा कि सरकार का प्लान क्रिप्टोकरेंसी पर जल्द कंसल्टेशन पेपर भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब पेश करने का है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में कानून के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा।

क्या होता है क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट? कैसे करते हैं इस्तेमाल, जानिए हर जरूरी बात

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

जैसा कि नाम से पता चलता है, ये वॉलेट आपको क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने में मदद करते हैं

Cryptocurrency News: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब के फैसले के बाद क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. इसी के साथ आज हमको बता रहे हैं क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallet ) के बारें में

भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब?

​क्रिप्टो करेंसी पर सरकार का रुख

वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन का भाव सातवें आसमान पर है. भारत में सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पेश करने वाली है. क्रिप्टो करेंसी पर सरकार ने साल 2019 में एक समिति का गठन किया था. इस समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है.

इसके आधार पर क्रिप्टो करेंसी बिल का मसौदा बना है. हालांकि, इसमें कुछ बदलाव हो सकते हैं. जानिए 2019 में आए इस मसौदे में क्या था खास और क्या होगा आप पर इसका असर:

कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी

डिजिटल या क्रिप्टो करेंसी भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब इंटरनेट पर चलने वाली एक वर्चुअल करेंसी हैं. बिटकॉइन के अलावा दुनिया में सैकड़ों अन्य क्रिप्टो करेंसी भी मौजूद हैं जैसे- रेड कॉइन, सिया कॉइन, सिस्कॉइन, वॉइस भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब कॉइन और मोनरो.

बिटकॉइन (Bitcoin) भी क्रिप्टोकरेंसी है. इसे सातोशी नकामोति ने 2008 में भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब बनाया था. हालांकि आजतक यह नहीं पता चल पाया है कि सातोशी नकामोति कौन है.

इसे पहली बार 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था. इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है.

भारत में भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब रिजर्व बैंक ने इसे मान्यता नहीं दी है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की इजाज़त दे दी है. यानी भारत में भी बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त हो सकती है.

क्रिप्टोकरेंसी का मुनाफा काफ़ी अधिक होता है, ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. क्रिप्टो करेंसी के लिए कोई नियामक संस्था नहीं है, इसलिए नोटबंदी भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों का इस पर कोई असर नहीं पड़ता.

Crypto Trade: भारत में कुछ निवेशकों को मिल सकती है क्रिप्टो ट्रेडिंग की इजाजत, जानिए कौन हैं ये

क्रिप्टो ट्रेड

  • क्रिप्टो विधेयक डिजिटल करेंसी में निवेश के रूप में न्यूनतम रकम की व्याख्या कर सकता है।
  • क्रिप्टोकरेंसी विधेयक में यह प्रस्ताव किया गया है कि इसे लीगल टेंडर की तरह यूज नहीं किया जा सकता।
  • भारत सरकार के अधिकारियों ने कहा था कि भारत क्रिप्टो मार्केट को अनरेगुलेटेड नहीं छोड़ सकता।

क्रिप्टो करेंसी पर एक बिल को अंतिम रूप दिया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इसे 29 नवंबर भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब से शुरू होने वाले संसद के शीत सत्र में पेश करना चाहती है। यह विधेयक डिजिटल करेंसी में निवेश के रूप में न्यूनतम रकम की व्याख्या कर सकता है।

रेटिंग: 4.69
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 309
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *