इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के फायदे और नुकसान | Advantages and Disadvantages of Share Market
यदि आप शेयर बाजार में निवेश करने के बारे में सोच रहे हो तो आज का यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए पढ़ना बेहद ही आवश्यक हो जाता है. क्योंकि आज के लेख द्वारा हम आप सभी को शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं.
किसी भी व्यक्ति के लिए यह बहुत ही जरूरी बन जाता है कि शेयर बाजार में निवेश करने से पहले शेयर बाजार के फायदे और नुकसान के बारे में उसको जानकारी जरूर हो, अतः आज का यह लेख आपको निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर जानने में सहायता करेगा।
- शेयर बाजार क्या है?
- शेयर बाजार के फायदे क्या क्या है?
- शेयर बाजार के नुकसान क्या क्या है?
- शेयर बाजार में निवेश करने से किन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है?
Advantages and Disadvantages of Share Market in Hindi के बारे में आपके लिए जानना इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि इनको जानने के बाद और पूर्ण रूप से समझने के बाद आप यह अच्छे से निर्णय ले सकते हो कि क्या आपको वाकई में शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए या नहीं करना चाहिए?
साथ ही आप इन बातों को अपने दिमाग में रखते हुए आप उतना ही पैसा निवेश करोगे जो आपके आर्थिक स्थिति को प्रभावित ना करें, वैसे देखा जाए तो शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहां पर आप बहुत ज्यादा लाभ भी अर्जित कर सकते हो और दूसरे ही पल आपको नुकसान भी झेलना पड़ सकता है.
परंतु शेयर बाजार के लाभ और हानि आपके दिमाग में रहेंगे तो आप बिल्कुल सचेत रहोगे कि आपको कौन सी गलतियां करने से बचना होगा है ताकि आपको जो नुकसान भविष्य में हो सकता है उनका समाधान आप वर्तमान समय में ही निकाल सको, Share Bazar Ke Fayde Aur Nuksan के बारे में जानने से पूर्व शेयर बाजार क्या है इसके बारे में भी आपको जान लेना चाहिए.
Intraday Trading Meaning in Hindi
भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत लोकप्रिय है इसलिए बहुत से बहुत इसे सीखना और समझना चाहते है। इसलिए आज हम Intraday Trading meaning in Hindi लेख में समझेंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
शेयर मार्केट में प्रत्येक सेकेण्ड शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिसके कारण ट्रेडर्स को दिन भर में कई ट्रेड अवसर मिलते हैं। किसी कंपनी के शेयरों में ये उतार-चढ़ाव निवेशकों की धारणा में बदलाव को दर्शाता है।
किसी भी स्टॉक की कीमत उसकी डिमांड और सप्लाई में बदलाव के आधार पर ऊपर नीचे होती है। सरल शब्दों में, जब किसी स्टॉक की डिमांड बढ़ती है तो उसकी प्राइस भी बढ़ती है इसके विपरीत अगर किसी स्टॉक की डिमांड कम है और सप्लाई ज्यादा है तो उसकी प्राइस घटती है।
तो चलिए Intraday Trading meaning in Hindi लेख में पहले समझते है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ट्रेडर अपनी पोजीशन को सेम डे मार्केट बंद होने से पहले स्क्वायर ऑफ कर देता है यानि कि जिस दिन वह शेयर्स को खरीदता है उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले उसे अपने शेयर्स बेचने होते है चाहे उसे नुकसान ही क्यों न हो रहा हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ट्रेडर का मुख्य उद्देश्य शेयर्स में चल रहे मूवमेंट से लाभ उठाकर मुनाफा कमाना होता है। इसलिए, एक इंट्राडे ट्रेडर का प्रॉफिट उन शेयरों की कीमतों में उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है जिन शेयर्स में वह ट्रेड कर रहा है।
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए, आपके पास एक सक्रिय ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट होना अनिवार्य है क्योंकि आपकी सभी ट्रेडिंग गतिविधि ट्रेडिंग अकाउंट में ही होती है ।
नोट :- इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को एक उदाहरण की मदद से समझते है :
इंट्राडे ट्रेडिंग का उदाहरण –
इंट्राडे ट्रेडिंग, सरल शब्दों में, आज खरीदने और आज ही बेचने के वारे में है। इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान स्टॉक्स की खरीद और बिक्री एक ही दिन में एक ट्रेडिंग सत्र के भीतर होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, एक ट्रेडर XYZ स्टॉक को 100 रुपये में सुबह 9:25 बजे खरीदता है और उसे 12:45 PM पर 102 रुपये में बेचता है। इस तरह उसे 2 फीसदी प्रॉफिट होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स को बहुत अच्छा प्रॉफिट होता है क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर की तरफ से मार्जिन दिया जाता है। इसके परिणाम स्वरूप अच्छे प्रॉफिट के साथ आपका जोखिम भी बढ़ जाता है।
मार्जिन को आसान शब्दों में समझते है माना इंट्राडे ट्रेडिंग पर ब्रोकर की तरफ से 5x मार्जिन दिया जा रहा है तो इसका मतलव है कि आप अपनी कैपिटल राशि से 5 गुना अधिक ट्रेड वैल्यू के साथ ट्रेड कर सकते है।
जैसे – माना आपके ट्रेडिंग खाते में 10 हजार रुपयें है तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में 50 हजार रूपये तक के शेयर्स वैल्यू के शेयर्स में ट्रेड कर सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का उपयोग करके ट्रेडर अधिकतम प्रॉफिट बनाते है इसके साथ ही उन्हें ज्यादा नुकसान भी उठाना पड़ता है क्योंकि मार्जिन के साथ ट्रेड करना उतना ही जोखिम भरा है जितना कि यह आकर्षक लगता है।
ऊपर दिए गए उदाहरण की मदद से आप समझ गए होंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? (Intraday Trading meaning in Hindi). अभी हम समझते है कोई भी इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग शरु करने के लिए सबसे पहले हमें एक ब्रोकर के साथ डीमैट & ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। यदि हम डिस्काउंट ब्रोकरों के साथ अपना ट्रेडिंग और डीमैट खाता खोलते हैं, तो हमें उनके औसत से कम ब्रोकरेज शुल्क देना होता है, जबकि अगर आप फुलसर्विस ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलते है तो आपको ज्यादा ब्रोकरेज चार्ज देना होता है।
ब्रोकरेज वह राशि होती है जो ब्रोकर के द्वारा शेयर्स खरीदने व बेचने पर ली जाती है।
एक वार जब आप एक ब्रोकर के साथ अपना अकाउंट खुलबा लेते है तो आपका अगला कदम है कि स्टॉक मार्केट के वारे में अच्छे से समझले है और इंट्राडे ट्रेडिंग को विस्तारपूर्वक सीखले। इसके उपरांत ही लाइव मार्केट में ट्रेडिंग की शुरुआत करे क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिम भरी है इसलिए बिना मार्केट की समझ के आप भारी नुकसान कर सकते है।
क्या इंट्राडे ट्रेडिंग करना सुरक्षित है?
अन्य ट्रेडिंग शैली की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग में आमतौर पर अधिक जोखिम होता है।
निवेशकों और इंट्राडे ट्रेडर्स के बीच महत्वपूर्ण अंतर यह है कि निवेशक अपनी संपत्ति को बढ़ाने के लिए लम्बी अवधि का निवेश करते है जबकि इंट्राडे ट्रेडर्स जल्दी पैसा बनाने की उम्मीद से ट्रेडिंग करता है।
अव सबाल यह आता है कि क्या हम इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसा कमा सकते हैं? और क्या इंट्राडे ट्रेडिंग सुरक्षित है?
तो जबाव है हाँ बिल्कुल। ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग से बहुत मोटी कमाते करते हैं। लेकिन उसके लिए एक ट्रेडर को मार्केट की अच्छी समझ होनी चाहिए तभी वह मार्केट से पैसा बना सकता है।
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग को अच्छे से समझते है तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए सुरक्षित है और अगर आपको मार्केट की समझ नहीं है तो यह आपको अपनी बर्षो की जमा पूंजी गवानी भी पड़ सकती है। इसलिए बिना मार्केट को सीखे इंट्राडे से दूर रहे।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
तुरंत लाभ के अवसरों से लेकर ओवरनाइट जोखिम को समाप्त करने तक, इंट्राडे ट्रेडिंग के बहुत से लाभ हैं। आइए इंट्राडे ट्रेडिंग द्वारा दिए जाने वाले प्राथमिक लाभों को समझते है :
नियमित प्रॉफिट अर्जित करने का मौका: एक उचित ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और रोजाना कुछ घंटों के लिए ट्रेड करके, एक अनुभवी ट्रेडर जल्दी से आय का एक वैकल्पिक स्रोत बना सकता है।
कोई ओवेरनाइट जोखिम नहीं: चूंकि सभी ट्रेडिंग पोजीशन दिन के भीतर क्लोज हो जाती हैं, इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग में ओवरनाइट जोखिम नहीं है।
उच्च रिटर्न: एक प्रभावी स्ट्रेटेजी और सही मनी मैनेजमेंट अपनाकर कोई भी ट्रेडर अधिक प्रॉफिट कर सकता है। क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग एक ट्रेडर को थोड़े समय के भीतर पर्याप्त प्रॉफिट अर्जित करने की अनुमति देती है।
कम पैसो के शुरुआत कर सकते है : इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अन्य लाभ यह है कि ट्रेडर छोटी राशि से ट्रेड शुरू कर सकता है। क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर की तरफ से मार्जिन दिया जाता है जिस कारण काम राशि के साथ आप ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग रोमांचक और उपयुक्त रूप से फायदेमंद है। लेकिन यह जोखिम भरा है। यदि आप एक इंट्राडे ट्रेडर बनने में रुचि रखते हैं, तो स्टॉक मार्केट के वारे में ज्ञान और अनुभव प्राप्त करें। इसके साथ ही अपने नुकसान को कम करने के लिए इंट्राडे ट्रेडर को अनुशासन के साथ ट्रेड करना चाहिए।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है, और एक उपयोगी इंट्राडे ट्रेडिंग टिप यह है कि आप गलतियों से सीखे और आगे बढ़े।
निष्कर्ष
इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय दूसरों की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। किसी भी स्टॉक में ट्रेड करने से पहले आपको टेक्निकल एनालिसिस करने और समझ विकसित करने की आवश्यकता है।
किसी भी डोमेन में शुरुआत करना चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन यदि आप ऐसे एक व्यक्ति हैं जो जोखिम को सहन करने की ताकत रखता है, और महत्वपूर्ण घंटे मार्केट के मूवमेंट को पढ़ने के लिए समर्पित करता हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
हमें उम्मीद है कि Intraday Trading meaning in Hindi लेख से इंट्राडे ट्रेडिंग के वारे में आपके सभी सबालो के जबाव मिल गए होंगे।
Intraday Trading Kya Hai Or Usase Paise Kaise Kamaye
What is intraday Trading यानि की “Intraday trading kya hai” अगर आप ये जानना चाहते है, तो आप बिल कुल सही जगह पर आये है। आज आप इस आर्टिकल के जरिये जानेंगे की Intraday trading क्या होता है और Intraday trading करके घर बैठे पैसे कैसे कमा सकते है।
सबसे पहले हम ये जानेंगे की इंट्राडे ट्रेडिंग का इस्तेमाल कहा होता है। तो इसका जवाब है Intraday ट्रेडिंग का इस्तेमाल शेयर मार्किट में होता है। जहा कंपनियों के शेयर ख़रीदे और बेचे जाते है।
अगर आपको शेयर मार्किट के बारे में बेसिक जानकरी है तो हम आपका समय नहीं जाया करेंगे। लेकिन आपको इसके बारे में ज्यादा पता नहीं है तो चलिए इसके बारे में थोड़ी जानकारी ले लेते है।
Share Market या फिर Stock Market क्या है?
शेयर मार्किट या फिर स्टॉक मार्किट एक ऐसी जगह है। जहा पर आप अपने पैसे इन्वेस्ट करके पैसे कमा सकते है लेकिन रुकिए अगर आपको स्टॉक मार्किट के बारे में जानकारी नहीं है तो आपके पैसे डूब भी सकते है। इसलिए जब आप शेयर मार्किट के बारे में सब सिख जाये तब इस स्टॉक मार्किट की दुनिया में अपना कदम रखें।
क्यूंकि जो लोग शेयर मार्किट के बारे में सब कुछ जानते है वो तो अच्छा खासा पैसा कमा लेते है, लेकिन जो लोग बिना कुछ जाने इसमें पैसे लगाते है तो उसमे से ज्यादातर लोगो के पैसे डूब जाते है।
इस मार्किट में कई कंपनियों के नाम से शेयर होते है। अगर शेयर के बारे में नहीं जानते की शेयर क्या होता हैं ? तो चलिए इसके बारे में भी आपको थोड़ी सी जानकारी दे देता हु और उसके बाद बात करेंगे की Intraday Trading क्या है?
Share क्या है?
शेयर मार्किट की दुनिया में शेयर का मतलब होता हैं हिस्सा। मैं आपको आसान शब्दो में शेयर के बारे में समझाऊं तो, जब किसी कंपनी को पैसे की जरूरत पड़ती है। तो वो अपनी कंपनी के शेयर निकालती है और जो भी लोग उस शेयर को लेते है। तो वो शेयर के मुताबिक उस कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है।
लेकिन आपके मन में ये सवाल जरूर होगा की शेयर लेने से किसी को क्या फायदा होगा। तो मैं आपको एक उदाहरण के जरिये समजाता हूँ। मान लीजिये की आपने किसी कंपनी का एक शेयर लिया है और तब उस एक शेयर की कीमत 10 रुपए थी और बाद में कुछ इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान महीनो या सालो के बाद उस एक शेयर की कीमत बढ़कर 20 रुपए हो जाती है, फिर आप उस शेयर को बेच देते है तो आपको 10 रुपए के बदले 20 रुपए मिलेंगे।
तो इस उदाहरण से आप जरूर समज गए होंगे की शेयर लेने से क्या फायदा होता है और इसके अलावा एक फायदा ये होता की कंपनी आपको डिविडेंड देती है। आपके मन में डिविडेंड को लेकर भी सवाल होगा की आखिर ये Dividend क्या है?
तो आपको डिविडेंड के बारे में कम शब्दों में बताता हूँ की जब कोई कंपनी साल भर में अच्छा मुनाफा करती है तो वो शेयर होल्डर डिविडेंड देती है यानि की शेयर के मुताबिक वो शेयर होल्डर्स को पैसा देती है। लेकिन एक बात जरूर जानले की कुछ कंपनिया डिविडेंड देती है और कुछ नहीं देती।
इसके अलावा मैंने आपको ऊपर कुछ लाईनो में बताया। उसके मुताबिक शेयर की कीमत आपके ख़रीदी हुई कीमत से कम चली जाती है तो आपको लॉस भी हो सकता है। इसीलिए आपको शेयर मार्किट के बारे जरुरी जानकरी होनी चाहिए। अब चलिए जानते है Intraday Trading के बारे में।
Intraday Trading Kya or Usase Paise Kaise Kamaye
इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्किट का के हिस्सा है। मैं आपको आसान भाषा में समझाऊं तो Intraday का मतलब होता है “उसी दिन लिया और बेचा” यानि की आपको उसी दिन शेयर मार्किट जब चालू हो तो आपको शेयर खरीद लेने और शेयर मार्किट से बंद होने से पहले आपको लिए हुए शेयर को बेचना होता है।
अगर आप उस शेयर को दिए टाइम पर बेचते नहीं हो तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देता है और उसका भी आपको कुछ चार्ज लगता है। लेकिन ज्यादातर लोग शेयर मार्किट के चालू होने के बाद शेयर खरीदते है और जब अच्छा प्रॉफिट मिलता है तो शेयर मार्किट को बंद होने में भले ही काफी टाइम हो तो भी अपने शेयर बेच के अच्छा प्रॉफिट ले लेते है।
लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ फायदे और नुकसान भी है। जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।
Intraday Trading के फायदे और नुकशान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे:-
1. इसमें आपको सबसे पहला फायदा ये मिलता है की अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए शेयर खरीद रहे है तो आपको मार्जिन मिलता है। इसके इस्तेमाल से आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए महँगा शेयर कम पैसे में ले सकते हो।
एक उदाहरण के जरिये में आपको समजाता हूँ। जैसे की आपके पास केवल 100 रुपए है और शेयर की कीमत भी 100 रुपए है तो आप केवल इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए केवल एक ही शेयर ले पहोंगे। जिसमे अगर शेयर की कीमत 5 रुपए बढ़ती है तो आपको केवल 5 रुपए का ही फायदा होगा।
लेकिन मार्जिन मिलने से आपको 100 रुपए वाला शेयर केवल 10 रुपए में मिल जाता है और 100 रुपए से 10 शेयर ले सकते है और शेयर की कीमत 5 रुपए बढ़ती है तो आप उस शेयर को बेचकर सीधे 50 रुपए का प्रॉफिट कर सकते हो। लेकिन एक बात का जरूर ध्यान रखे की आपने ख़रीदा हुआ शेयर लॉस में जाता है तो आपको उसी के मुताबिक लॉस होगा।
2. इसके आलावा intraday trading में आपको stop loss जैसे फ़ीचर भी मिल जाते है। जिसके इस्तेमाल से आप ये सेट कर सकते हो की जब शेयर की प्राइस इतनी कम हो जाये तो वो शेयर आटोमेटिक सेल हो जाये। या फिर ये भी कर सकते है की शेयर की ख़रीदे शेयर से ऊपर जाये तो आपने जो कीमत सेट करके रखी होगी उसको टच करते ही बिक जाये तो आपको प्रॉफिट हो सकता है और लोस से भी बच सकते है।
3. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको short selling का भी ऑप्शन मिलता है। इसके इस्तेमाल से भले ही आपके पास ख़रीदे हुए शेयर ना हो लेकिन आपको लगता है की इस कंपनी का शेयर गिरने वाला है तो उस कंपनी के शेयर को चल रही कीमत पर बेच दीजिये और जब उस शेयर की कीमत निचे जाये तो उसे खरीद लीजिये। इससे भी आप प्रॉफिट कर सकते है।
4. अगर आपने इंट्राडे ट्रेडिंग सही से समज ली तो आप हररोज़ यहाँ से पैसे कमा सकते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान:-
1. इसका सबसे पहला नुकसान ये है की आप जितनी बार शेयर खरीदोगे और बेचोगे तो आपको कुछ ब्रोकरेज देना पड़ेगा। इसीलिए आप हमेसा अच्छा प्रॉफिट करे और कम से कम लॉस करे।
2. दूसरा नुकसान ये है की आपने शेयर तो खरीद लिए। लेकिन मार्किट का भी एक समय होता है। उस समय से पहले आपको लिए हुए शेयर को बेचना होता है। अगर आप बेचना भूल जाते है तो आपका ब्रोकर उस शेयर को बेच देगा और आपको उसका कुछ चार्ज देना पड़ेगा।
3. इंट्राडे से आप प्रॉफिट तो करेंगे ही लेकिन ऐसा नहीं होगा किआ आपको प्रॉफिट ही मिलता रहे क्यूंकि कभी कभार ऐसा हो सकता है की आपको लॉस भी हो और ऐसा हर किसी के साथ होता है।
4. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ध्यान रखना होता है। जब आपने इंट्राडे करने के लिए शेयर खरीद लिए है तो, वरना ऐसा हो सकता है की आपने शेयर ले कर भूल गए और शेयर भी प्राइस बढ़ के कम हो गयी और आप प्रॉफिट लेने के समय प्रॉफिट ले नहीं पाएं।
तो ये थी Intraday Trading Kya Hai और उससे पैसे कैसे कमाए के बारे में जानकारी में आसा करता हूँ की आपको हमारी ये पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी।
शेयर बाजार के नए निवेशक कैसे बचें नुकसान से, इन दस बातों को जरूर सीखें
शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान पड़ता है. कि . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 13, 2021, 10:04 IST
कोरोना संकट में जहां बाकी सेक्टर में बिजनेस काफी प्रभावित हुआ, वहीं शेयर बाजार में नए निवेशक तेजी से बढ़े हैं. कोरोना संकट के शुरुआती दौर में पिछले साल मार्च में शेयर बाजारों में तेज गिरावट आई। लॉकडाउन में ढ़ील के बाद फिर से बाजारों में तेज रिकवरी हुई. इस दौरान बहुत तेजी से शेयर बाजार में नए निवेशक बढ़ें. पिछले एक साल में रिकॉर्ड संख्या में नए डिमैट अकाउंट खुले हैं.
हालांकि इस दौरान बाजार बहुत ही उतार-चढ़ाव वाला रहा. शेयर बाजार में आए नए या युवा निवेशक अक्सर कुछ सामान्य गलतियां करते हैं. इस वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है. किसी निवेशक को कुछ बुनियादी बातों को जरूर सीखना चाहिए और सामान्य सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
आईए जानते हैं ऐसी ही दस प्रमुख बातें .
1- उस कंपनी में निवेश न करें जिसे आप समझते नहीं
यह निवेश का पहला और बेसिक नियम है, जिसे हर एक निवेशक को फॉलो करना चाहिए। वैसे हर आदमी से यह उम्मीद करना मुश्किल है कि वह हर इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान एक कंपनी की समझ रखे। इसके बावजूद हमें प्रयास करना चाहिए कि कम से कम कंपनी के बिजनेस की बेसिक समझ रखें, जैसे कंपनी क्या करती है और अपनी प्रतिद्वन्दी कंपनियों के सामने कैसे खड़ी है।
2- नए निवेशकों का पोर्टफोलियों का कैसा होना चाहिए
अक्सर हम देखते हैं कि निवेशक या तो अपने पोर्टपोलियो में विविधता नहीं रखते या फिर अत्यअधिक विविधता कर लेते हैं। जबकि इन दोनों के बीच संतुलन रखना सबसे महत्वपूर्ण है। जैसे मान लीजिए आपके पास दस शेयर हैं और आपने किसी एक या दो सेक्टर के ही सारे शेयर ले रखें हैं. इससे बचना चाहिए. दस में से दो बैंकिंग सेक्टर, दो मेटल सेक्टर, दो फार्मा सेक्टर, दो टेक सेक्टर इस तरह से पोर्टफोलियों में विविधता रखनी चाहिए. ज्यादा संख्या में भी शेयर रखने से बचना चाहिए. इसलिए जोखिम से बचने के लिए एक संतुलित वाली पोर्टफोलियों रखें.
3- दूसरे के पोर्टफोलियो का अनुकरण
सफल निवेशकों के पोर्टफोलियो को देखना गलत नहीं है और शुरुआत में उसके निवेश निर्णय से आप भी सीख सकते हैं। इसके साथ ही निवेश की अपनी समझ विकसित करें। लंबे समय में दूसरे को ब्लाइंडली फॉलो करना खतरनाक होता है क्योंकि हर निवेशक के पास विभिन्न फैक्टर होते और अपने प्लान होते हैं। इस चीज को आप ऐसे समझ सकते हैं कि हम सभी जानते हैं कि कार कैसे चलाते हैं लेकिन जब आप सड़क पर गाड़ी लेकर जाते हैं तो सामने वाली कार को देख कर चलाते हैं या अपने हिसाब से निर्णय लेते हैं। सामने वाली कार को फॉलो करना कितना खतरनाक हो सकता है यह आप समझ सकते हैं। यही स्थिति निवेश में भी होती है।
4- अपने निवेश के साथ भावनात्मक लगाव न रखें
सबसे खराब निवेश के निर्णय वो होते हैं जो आप भावनाओं के आधार पर लेते हैं या फिर आपके निर्णय लेने की प्रक्रिया को आपके इमोशन प्रभावित करते हैं। यह देखने की बजाय कि कंपनी का प्रदर्शन और उसका फंडामेंटल कैसा है।
5- अपनी निवेश के सिद्धांत पर अडिग रहें
जब हम किसी कंपनी को निवेश के लायक समझते हैं तब हम उससे संबंधित कुछ प्रमुख निर्धारक बिंदु देखते हैं। कंपनी कितना विकास करेगी और भविष्य में कंपनी की रणनीति क्या होगी, ऐसी बहुत सारी चीजें हम समझते हैं। यह कंपनी का एक्सपेंसन प्रोजेक्ट, रेवेन्यू ग्रोथ, मार्केट शेयर गेन, प्रोडक्ट की आगे वैल्यू एडिशन जैसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं। यदि इनमें से किसी भी चीज को आप निवेश के बाद गड़बड़ होते हुए पाते हैं तो तुरंत समीक्षा करिए।
6. घाटे से डरिए मत, सीखिए
हां, यह हर इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान निवेशक के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसे सीखना और इससे बचना। सभी लोग कभी न कभी, किसी न किसी स्टॉक में गलत निर्णय ले लेते हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह हमारे सीखने की प्रक्रिया का भी हिस्सा है। अगर कभी आप गलत शेयर ले लिए हैं और घाटा हो रहा है तो घाटे से डरिए मत, उससे निकल लीजिए। ज्यादा देर मत करिए और किसी दूसरे स्टॉक में मौका देखिए। घाटे से डरिए मत, सीखिए.
7. पेनी स्टॉक से बचना चाहिए
अक्सर नए निवेशक जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में पेनी स्टॉक में पैसा लगा देते हैं. किसी दूसरे का सुन के कि इस 2 रुपए के स्टॉक ने 6 महीने में 500 फीसदी रिटर्न दिया, निवेश नहीं करना चाहिए. सैमको सिक्योरिटी के रिसर्च हेड उमेश मेहता कहते हैं पेनी स्टॉक जब चढ़ता है या उसमें अपर सर्किट लगने लगता है तो लोग पैसा लगाने के लिए जल्दीबाजी करने लगते है. लेकिन जब पेनी स्टॉक गिरता है या उसमें लोअर सर्किट लगता है तो निवेशक शेयर बेट भी नहीं पाते औऱ घाटा उठाना पड़ता है. इसलिए हमेशा फंडामेंटली मजबूत कंपनियों में निवेश करें.
8- जल्दी से जल्दी करोड़पति बनने की चाहत वाले शेयर बाजार से दूर रहें
अक्सर नए निवेशक शेयर बाजार में रातों रात करोड़पति बनना चाहते हैं. वो किसी और का सुन रख होते हैं या फिर बाजार को सट्टा का अड्डा समझते है. ऐसा सोचने वालों को बाजार से दूर रहना चाहिए. शेयर बाजार लॉन्ग टर्म के लिए निवेश की बेहतर जगहों में से एक है न कि जुआ घर. मजबूत कंपनी में निवेश करिए औऱ लंबे समय या मध्यम अवधि के लिए अच्छा रिटर्न पाइए.
9 - नए निवेशकों को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए
वर्तमान में बाजार में बहुत ही ज्यादा उतार-चढ़ाव है. सामान्य परिस्थिति में भी नए निवेशक को इंट्रा डे ट्रेडिंग से बचना चाहिए. यहीं जल्दी पैसा डूबता है. क्योंकि आपको बाजार का लंबा अनुभव औऱ ज्ञान नहीं है. बारिकियां नहीं पता है. लिहाजा घाटा होने की आशंका बहुत ज्यादा होती है. इसलिए बेहतर कंपनी में निवेश करें न कि इंट्रा डे ट्रेडिंग करें.
10- जितना पैसा लगाइए उतना ही ज्यादा पढ़िए
शेयर बाजार में आप जितना ज्यादा पैसा लगा रहे हैं उतना ही ज्यादा पढ़िए. मार्केट, कंपनी, रिजल्ट, विशेषज्ञों की सलाह, ग्लोबल मार्केट का रूख इन सारी चीजों के बारे में जितना जानेंगे, आपके लिए बेहतर होगा.
(डिसक्लेमर- विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर यह सुझाव दिया गया. निवेश अपने हिसाब से करें)
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ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
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ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)
ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.
Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.
उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.
ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.
शेयर मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.
स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading)
स्विंग ट्रेडिंग मे शेयर्स को खरीदकर कुछ दिनो या कुछ हप्तो के अंदर बेचा जाता है इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही होती है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर नुकसान और फायदे को आसानी से झेल सकते है, स्विंग ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग और स्कैलपिंग ट्रेडिंग से काफी अलग होता है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए भी करते हैं.
शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग (Short term trading)
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो की होती है उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहते है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक एक्टिव ट्रेड इन्वेस्टमेंट होता है इसमें आपको अपने स्टॉक पर नजर रखनी होती है तभी आप अपने स्टॉक को मिनीमाइज कर सकते है.
लॉंग टर्म ट्रेडिंग (Long term trading)
जब कोई ट्रेडिंग एक साल या उससे ज्यादा समय में की जाती है तो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहते है.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
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